पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों के लिए नया डेथ वारंट जारी किया है। अब निर्भया के चारों दोषियों पवन गुप्त, विनय शर्मा, मुकेश और अक्षय सिंह को एक फरवरी को फांसी दी जाएगी। एक फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी होगी। इसे फाइनल तारीख नहीं माना जा सकता है। अगर किसी भी एक पक्ष की दया याचिका पेंडिंग रहती है तो चारो दोषियों को फांसी नहीं हो सकती है। इससे पहले कोर्ट ने चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी देने का आदेश दिया था।
इस नए डेथ वारंट पर निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि मैं इस नई फैसले से खुश नहीं हूं। कहीं न कहीं ये बहुत गलत हुआ है। जब तक उन दोषियों को फांसी नहीं दी जाती तब तक मुझे तसल्ली नहीं मिलेगी। हम विक्टिम हैं और दोषियों को समय पर समय दिया जा रहा है। हमें सिर्फ तारीख पर तारीख मिल रही है। उन्होंने कहा कि वे सरकार और सिस्टम से निराश हैं। उन्होंने कहा कि मैं आशा नहीं छोड़ूंगी। आशा देवी की मां ने कहा, ”जो मुजरिम चाहते थे वही हो रहा है। तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख। हमारा सिस्टम ऐसा है कि जहां कनविक्ट की सुनी जाती है।”
इससे पहले 7 जनवरी 2020 को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 4 दोषियों की डेथ वारंट जारी की। 22 जनवरी 2020 को सुबह 7 बजे चारों दोषियों को फांसी देने का आदेश सुनाया था। दोषियों को बाकी बचे विकल्पों के इस्तेमाल के लिए कोर्ट ने 14 दिनों का वक्त दिया था।
16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में निर्भया के साथ 6 लोगों ने चलती बस में गैंगरेप किया। उसके बाद उसे और उसके दोस्त को मरा समझकर फेंक दिया। बाद में पुलिस उसे अस्पताल लेकर पहुंची। हालत बिगड़ने के बाद उसे इलाज के लिए सिंगापुर भेजा गया। 29 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के अस्पताल में निर्भया की इलाज के दौरान मौत हो गई। 13 सितंबर 2013 को निचली अदालत ने चारों दोषियों पवन गुप्त, विनय शर्मा, मुकेश और अक्षय सिंह को मौत की सजा सुनाई थी।