जुम्मा नमाज़ में मुस्लिम विकास मंच हापुड़ ने बाटे कांग्रेस के हित मे पर्चे

दिनांक 5 मई 2023 को मुस्लिम विकास मंच ने हापुड़ नगर में नगर पालिका चुनाव से पहले कांग्रेस समर्थित पर्चे बांट कर एक बहस को जन्म दे दिया है। इस पर्चे में जो लिखा है वो पूर्णतः कांग्रेस के पक्ष में लिखा गया है।

जानिए इससे पर्चे की खास बातें:-

मुस्लिम को सिर्फ कांग्रेस को ही वोट करना चाहये

क्योंकि-

आप जैसे जैसे कांग्रेस से दूर होकर भाजपा को हराने के लिये बसपा और सपा को वोट करते रहे भाजपा और मज़बूत होती गये।

महंगाई से परेशान बहुसंख्यक समुदाय के 25 प्रतिशत लोग सपा और बसपा हो हराने के लिए न चाहते हुए भी भाजपा को वोट कर देते हैं।
अगर हापुड के 32 प्रतिशत मुस्लिम कांग्रेस को वोट करेंगे तो भाजपा से परेशान लोग भी कांग्रेस के साथ होंगे।

जब आप पूरी तरह कांग्रेस को वोट करते थे तो भाजपा की लोकसभा में केवल 2 सीट थी।

भाइयों आप देश के मौजूदा हालातों से अच्छी तरह वाकिफ हैं और इन हालात का सामना करने के लिए हमारी कौम का मुत्ताहिद होने बहुत ज़रूरी है

पिछले चुनावों में हमने एकजुट होकर वोट दिया लेकिन अखिलेश यादव ने कभी हमारे हकों के लिए कोई लड़ाई नहीं लड़ी।

मायावती ख़ुद खौफ़ज़दा है। बसपा मुस्लिम लीडरशिप के खिलाफ रही। बसपा ने मुस्लिम उम्मीदवार को लूटा ,ज़्यादातर बसपा व सपा मुस्लिम नेता जेल में है या परेशानियों का सामना कर रहे हैं।

हापुड नगर पालिका में इस बार हमारी कौम को मुत्ताहिद होकर कांग्रेस प्रत्याशी मानवी सिंह की हिमायत करना चाहिए।

मुरादाबाद में मुस्लिम ने मुत्तहिद होकर कांग्रेस को वोट की है इसलिए रिज़वान वुरेशी मुरादाबाद के मेयर बनने जा रहे हैं।
मानवी सिंह मुस्लिम वोटर्स की सबसे पसंदीदा उम्मीदवार है।

मेरी सभी मुसलमान भाइयों से गुजारिश है अगर आप बीजेपी को हराना चाहते हैं तो आने नगर पालिका परिषद इलेक्शन में कांग्रेस उम्मीदवार मानवी सिंह को वोट देकर सफल बनायें।

भाजपा को हराने के विकल्प नही, कांग्रेस को जिताने के विकल्प पर विचार किजेएगा।

अपीलकर्ता-

मुस्लिम विकास मंच हापुड

इस तरह के पर्चे से एक बात तो साफ हो गयी है कि हापुड़ नगर निगम चुनाव की लड़ाई अब दिलचस्प मोड़ ले चुकी है। जहां एक तरफ भाजपा प्रत्याशी के लिए मुख्यमंत्री स्वयं चुनावी दौरा करने हापुड़ पहुंचते हैं तो दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी खुद को मुस्लिमों और पिछड़ों का नुमाइंदा बताती हैं। वहीं तीसरी प्रत्याशी जो शिक्षित भी हैं और स्वर्गीय धर्मपाल सिंह की बेटी हैं, जो यहीं पली बढ़ी हैं अपने चेयरमैन व विधायक रह चुके पिता के किये कार्यों को गिनवा रही हैं।

इसमें कोई दो राय नहीं की स्वर्गीय धर्मपाल सिंह के काल में हुए विकास कार्यों का कांग्रेस प्रत्याशी मानवी सिंह को सीधा सीधा फायदा मिल सकता है। कुल मिलाकर अगर छवि, जनस्विकार्यता और अनुभव की बात करें तो कांग्रेस प्रत्याशी मानवी सिंह अपने प्रतिद्वंदियों से कहीं आगे हैं।

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