Major Dhyan Chand Sports University

यूपी में अपराध का खेल खेलने वालों को योगी जी खिला रहे जेल-जेल- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने खेल नगरी के सरधना में रविवार को मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय (Major Dhyan Chand Sports University) का शिलान्यास किया। करीब सात सौ करोड़ की लागत से तैयार होने वाले इस विश्वविद्यालय को योगी आदित्यनाथ सरकार ने करीब ढाई वर्ष में तैयार करने का लक्ष्य रखा है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर खेल प्रदर्शनी का अवलोकन करने के साथ कुछ उपकरणों पर अपना हाथ भी आजमाया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) नई दिल्ली में मौसम खराब होने के कारण सड़क मार्ग से मेरठ पहुंचे। मेरठ आगमन पर भगवान औघडऩाथ का दर्शन-पूजन करने के साथ ही उन्होंने कालीघाट में शहीद स्मारक का भी अवलोकन दिया। इसके बाद उन्होंने सरधना में बटन दबाकर मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय (Major Dhyan Chand Sports University) का शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री ने इसके बाद खिलाडिय़ों, खेल प्रेमियों तथा बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों को संबोधित किया। उन्होंने वहां पर लोगों को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ तथा पहले की सरकार के कामकाज के फर्क को खेल से जोड़ते हुए समझाया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि प्रदेश में 2017 से पहले की सरकारों के कार्यकाल में प्रदेश में अपराधी और माफिया अपना-अपना खेल खेलते थे। पहले तो यहां अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे, बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घुमते थे, मेरठ के आसपास के लोग भूल नहीं सकते कि माफिया लोग तो उनके घर जला दिया करते थे। पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी। उस खेल का नतीजा था कि लोग पलायन को मजबूर हो गए। अब योगी आदित्यनाथ की सरकार उनके साथ जेल-जेल खेल रही है। पांच साल पहले इसी मेरठ की बेटियां शाम होने के बाद अपने घर से निकलने से डरती थीं, आज मेरठ की बेटियां पूरे देश का नाम रोशन कर रही है। मेरठ के सोतीगंज बाजार में गाडिय़ों के साथ होने वाले खेल का भी एंड हो रहा है। अब यूपी में असली खेल को बढावा मिल रहा है, अब तो यूपी के युवओं को खेल की दुनिया में छा जाने का मौका मिल रहा है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरठ की उर्जावान तथा क्रांतिकारी भूमि का लोगों ने दुरुपयोग किया। युवाओं को लक्ष्य से भटकाया। अब ऐसा नहीं हो पा रहा है। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पांच साल पहले जो अपराधी यहां अपराध का खेल खेलते थे, आज योगी आदित्यनाथ सरकार उन माफिया के साथ जेल-जेल खेल रही है। पहले तो यहां पर अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे, लोग अपना घर छोड़कर पलायन करते थे, अब ऐसा नहीं हो रहा है। लोग घर वापस लौट रहे हैं।


मेरठ को बताया गौरवशाली धरती

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भारत माता की जय के साथ संबोधन शुरू करने के साथ ही सभी लोगों को वर्ष 2022 की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि वर्ष की शुरुआत में ही मेरठ आना सौभाग्य की बात है। मेरठ का इतिहास काफी गौरवशाली है। मेरठ ने देश की आस्था को ऊर्जावान किया है। सिंधु घाटी की सभ्यता से लेकर पहले स्वतंत्रता संग्राम तक इस धरती ने दिखाया है देश का गौरव क्या होता है। मेरा सौभाग्य है कि मैं भगवान औघडऩाथ मंदिर व शहीद स्मारक गया। पीएम मोदी ने कहा कि 1857 की क्रांति में मेरठ ने नई दिशा दी। आज हम गर्व से आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। राष्ट्र रक्षा के लिए, सीमा पर बलिदान हो या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान। इस क्षेत्र ने सदा अपनी लौ को प्रज्ज्वलित रखा है।


भारत के इतिहास में मेरठ का स्थान केवल एक शहर का नहीं। यह हमारी संस्कृति का अहम केंद्र है। नूरपुर मढिया ने चौधरी चरण सिंह जैसा विजिनरी नेता दिया। देश की शान मेजर ध्यानचंद की कर्मस्थली मेरठ भी रहा है। हमने खेल के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम दददा के नाम कर दिया गया। उनके नाम में एक संदेश है, ध्यान। बिना ध्यान केन्द्रित करे किसी को कभी भी सफलता नहीं मिलती है। जिसका नाम मेजर ध्यानचंद से जुड़ा हो वहां के खिलाड़ी अब तो देश का नाम रोशन करेंगे। देश के पहले खेल विवि की बधाई। सात सौ करोड से बनने वाला यह विवि दुनिया का शानदार विवि बनेगा। यहां से हर साल एक हजार से अधिक खिलाड़ी निकलेंगे।


सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) का आभार जताते हुए पीएम के सड़क मार्ग से नई दिल्ली से मेरठ आने का जिक्र किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के पहले खेल विवि का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने टोक्यो ओलिंपिक और पैरालिंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों का सम्मान किया। इसके साथ ही हमने गांवों में जिम, खेल मैदान प्रदेश सरकार ने दिया। प्रदेश की सरकार ने कांवड़ यात्रा को फिर से शुरू कराया और महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराई। इससे पहले प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने मेरठ शहीद स्मारक का भी अवलोकन किया और बाबा औघडऩाथ मंदिर में दर्शन पूजन भी किया।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi ) के सरधना में मेजर ध्यान चंद खेल विश्विद्यालय के प्रांगण में शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचने पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कार्यक्रम स्थल पर खिलाडि़य़ों से बातचीत के बाद मेरठ में बनने वाले विभिन्न खेल उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान पीएम खेल कंपनियों के प्रत्येक स्टाल पर गए और खेल उत्पादों की बारीकी से जानकारी ली। पीएम ने एक स्टाल पर कसरत भी की। उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे।

इससे पहले मेरठ शहीद स्मारक पर देश की आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विकास को प्रदर्शित पीएम का चित्रपट भी लगा था। प्रधानमंत्री सरधना क्षेत्र के गांव सलावा में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। साथ जनसभा को भी संबोधित करेंगे। मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री द‍िल्‍ली-मेरठ एक्‍सप्रेस वे से मेरठ पहुंचे हैं। मेरठ के दौरे पर प्रधानमंत्री सबसे पहले औघड़नाथ में मंदिर पूजा अर्चना की और काली पलटन शहीद स्मारक पहुंचे।


इसके बाद राज्यापाल आनंदीबेन पटेल तथा सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ मंदिर की परिक्रमा भी की। इसके बाद पीएम मोदी के वाहनों का काफिला शहीद स्मारक पहुंचा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काली पलटन शहीद स्मारक शहीद स्मारक पहुंचे। प्रधानमंत्री ने यहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पीएम ने शहीद स्मारक स्थित संग्रहालय का अवलोकन भी किया।

दिल्ली में मौसम खराब होने पर सड़क मार्ग से पहुंचे प्रधानमंत्री

दिल्ली में मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को सड़क मार्ग से मेरठ लाया गया। पुलिस ने पहले से सड़क मार्ग से सभी इंतजाम किए हुए थे। प्रधानमंत्री के काफिले के समय मेरठ- दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर यातायात रोक दिया गया था। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि प्रधाममंत्री को हवाई मार्ग से मेरठ आना था। दिल्ली में मौसम खराब होने की वजह से हवाई मार्ग से नहीं आ सकें। अचानक की कार्यक्रम में बदलाव कर दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे का यतायत रोक दिया गया।

प्रधानमंत्री के काफिले को एक्सप्रेस वे से परतापुर में एनएच 58 पर उतारा गया। यहां से मोदीपुरम फ्लाईओवर होते हुए रुड़की रोड पर लाया गया। उस समय दिल्ली हाइवे पर यातायात कुछ समय के लिए रोक दिया गया था। प्रधानमंत्री के काफिले को रुड़की रोड पर टैंक चौराहे से होते हुए कैंट के अंदर से औघड़नाथ मंदिर लाया गया। यहां पर पहले से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके स्वागत को आ गए थे। प्रधानमंत्री के मंदिर पहुचते ही। मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया। उसके बाद पूजा अर्चना करने के बाद शहीद स्मारक पर गए। यहां शहीदों को नमन करने के बाद वापस कैंट एरिया से होते हुए रुड़की मार्ग पर लाया गया। मोदीपुरम फ्लाईओवर से होते हुए सलावा में जनसभा के लिए प्रधानमंत्री प्रस्थान कर गए।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के खेलो इंडिया के तहत देश के हर कोने में खेलों के विकास पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। उनका जिन प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान है उनमें खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ देश के हर हिस्से में विश्वस्तरीय खेल अवसंरचना स्थापित करना शामिल है। मेरठ में मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय की स्थापना इस परिकल्पना को पूरा करने की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम होगा।
मेरठ में खेल विश्वविद्यालय में मिलेंगी यह सुविधाएं

मेरठ का यह खेल विश्वविद्यालय आधुनिक व उत्कृष्ट खेल अवसंरचना से लैस होगा। यहां पर सिंथेटिक हॉकी मैदान, फुटबाल मैदान के साथ बास्केटबाल, वालीबाल, हैंडबाल तथा कबड्डी ग्राउंड भी बनाया जाएगा। इनके साथ लान टेनिस कोर्ट, जिम्नेजियम हॉल, सिंथेटिक रनिंग स्टेडियम, तरणताल, बहुउद्देश्यीय हॉल और साइकिल वेलोड्रोम का भी निर्माण होगा। विश्वविद्यालय में निशानेबाजी, स्क्वॉश, जिमनास्टिक, भारोत्तलन, तीरंदाजी, कैनोइंग और कयाकिंग जैसी अन्य खेलों की सुविधायें भी रहेंगी। विश्वविद्यालय में 540 महिला और 540 पुरुष खिलाडिय़ों को मिलाकर कुल 1080 खिलाडिय़ों को प्रवेश देकर उनको उच्च स्तरीय खेल प्रशिक्षण देने की क्षमता होगी।

नागर शैली में बनेगा मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय

मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय भारत की प्राचीन नागर शैली में तैयार होगा। इसमें ओलिंपिक खेलों की सभी प्रतिस्पर्धाएं के जुड़े खिलाडिय़ों को प्रवेश दिया जाएगा। यहां पर अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विभिन्न खेलों के ट्रैक व स्टेडियम तैयार होंगे। एथलेटिक्स के साथ फुटबाल, जैवलिन थ्रो, डिस्कस आदि खेल प्रतियोगिताएं हो सकेंगी। खेल विश्वविद्यालय में दो प्रकार से दर्शक दीर्घा क्षमता के साथ स्टेडियम तैयार होंगे। इसमें आउटडोर गेम्स जैसे एथलेटिक्स आदि के लिए लगभग 25 से 30 हजार लोगों की बैठने की व्यवस्था होगी। कुश्ती, खो-खो तथा कबड्डी आदि इंडोर गेम्स के लिए करीब पांच हजार दर्शकों की क्षमता के हाल तैयार होंगे। यहां पर तीरंदाजी के साथ शूटिंग रेंज भी होगी।
गंगनहर में राफ्टिंग व रोइंग

उत्तर प्रदेश के पहले खेल विवि में विश्वस्तरीय तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। गंगनहर के किनारे बनने वाले खेल विवि में राफ्टिंग व रोइंग , नौकायन जैसे जलीय खेलों का प्रशिक्षण भी होगा।

खेल विवि में बनेंगे यह भवन

प्रशासनिक ब्लाक, एकेडमिक ब्लाक, सेंट्रल लाइब्रेरी, आडिटोरियम, फैसिलिटी सेंटर (बैंक, डाकघर व दुकान), शापिंग कांप्लेक्स, मेंटीनेंस कार्यालय, हेल्थ सेंटर, पुलिस चौकी, अतिथि गृह, कुलपति आवास, पुरुष छात्रवास, महिला छात्रवास, सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के अलग टाइप के आवास, मल्टीपरपज हाल, जिम, योग हाल, गार्ड रूम, बास्केट बाल, लान टेनिस, वालीबाल, 100 मी. ट्रैक, हाकी ग्रांउड, फुटबाल, एथलेटिक्स, हैंडबाल कोर्ट, 60 मीटर शूटिंग रेंज आदि।

हर जिले से 75 खिलाड़ी आमंत्रित

खेल विवि के शिलान्यास कार्यक्रम में प्रदेश के हर जिले से 75 खिलाड़ियों को आमंत्रित किया गया है। कुल 16,850 खिलाड़ी कार्यक्रम में शामिल होंगे।

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