गृह मंत्रालय ने लुधियाना जिला अदालत (Ludhiana court Blast) में हुए आइईडी धमाके को लेकर पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। राज्य सरकार की रिपोर्ट मिलने के बाद गृह मंत्रालय (Home Ministry) इसकी जांच एनआइए (NIA)से कराने पर फैसला ले सकता है। गृह मंत्रालय (Home Ministry)के वरिष्ठ अधिकारियों ने गृह मंत्री अमित शाह को धमाके के सिलसिले में मिली अद्यतन जानकारी से अवगत कराया है।
गृह मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, पंजाब सरकार को धमाके के बारे में जल्द-से-जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है। पंजाब सरकार को यह भी बताने को कहा गया है कि शुरुआती जांच में इसके पीछे किसका हाथ होने की बात सामने आ रही है। राज्य सरकार की रिपोर्ट मिलने के बाद मामले की जांच एनआइए (NIA) से कराने पर फैसला लिया जाएगा। एनआइए (NIA) कानून के मुताबिक सामान्य तौर पर राज्य सरकार की अनुशंसा के बाद ही किसी मामले की जांच एजेंसी को सौंपी जाती है। लेकिन यदि गृह मंत्रालय जरूरी समझता है तो बिना राज्य सरकार की सहमति के भी मामले की जांच एनआइए को सौंप सकता है।
एक व्यक्ति की मौत
बता दें कि गुरुवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे लुधियाना अदालत परिसर में हुए जोरदार बम धमाके में 1 व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 3 महिलाओं समेत 7 लोग जख्मी हो गए। धमाका 7 मंजिला भवन की दूसरी मंजिल पर बने शौचालय में हुआ। यह इतना जोरदार था कि आसपास की इमारतों के शीशे भी टूट गए। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। आशंका है कि वही व्यक्ति विस्फोटक लेकर आया था। धमाके के लिए इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) के प्रयोग की भी आशंका है। लुधियाना के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि प्रारंभिक जांच में शक की सुई धमाके में मारे गए व्यक्ति पर ही घूम रही है। पहचान के लिए उसका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। उच्चाधिकारियोंने आत्मघाती हमले की संभावना से भी इन्कार नहीं किया है।
सुरक्षा एजेंसियों को शक, पाक से आए टिफिन बम से हुआ धमाका
धमाके के तार सीमा पार पाकिस्तान से जुड़ने लगे हैं। पंजाब के उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और एडीजीपी इंवेस्टिगेशन एएस राय भी इसकी संभावना जता चुके हैं। वहीं, इंटेलिजेंस एजेंसियां भी इसे टिफिन बम से जोड़कर देख रही हैं। इंटेलिजेंस एजेंसियों को भी शक है कि कोर्ट कांप्लेक्स में जो धमाका हुआ है, उसमें टिफिन बम का इस्तेमाल हुआ है। दरअसल अगस्त माह में इंटेलिजेंस एजेंसियों को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान से 15 के करीब टिफिन बम आए थे, जिसमें से सुरक्षा एजेंसियों ने 10 करीब रिकवर कर लिए थे, जबकि पांच टिफिन बम सुरक्षा एजेंसियों की पहुंच से बाहर हैं। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि जो टिफिन बम मि¨सग हैं, उनमें से ही एक बम का कोर्ट कांप्लेक्स में इस्तेमाल किया गया है।
एक किलोग्राम आरडीएक्स का हुआ इस्तेमाल
ब्लास्ट के बाद जांच एजेंसियां मौके पर पहुंची और उन्होंने बारीकी से जांच करनी शुरू कर दी। वहीं इंटेलिजेंस एजेंसियों ने भी अपने स्तर पर ब्लास्ट करवाने वालों तक पहुंचने के लिए अपने घोड़े दौड़ाने शुरू कर दिए। जांच एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो लुधियाना कोर्ट परिसर में जो धमाका हुआ है उसमें कम से कम एक किलो आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था। कारण, धमाका इतना जबरदस्त था कि बाथरूम की नौ इंच मोटी दीवारें व छत तक टूट गई थी।
टिफिन के टुकड़ों की तलाश में हैं जांच एजेंसियां
जांच एजेंसियों ने पहले चरण की जांच टिफिन बम के एंगल से करनी शुरू कर दी। जांच एजेंसियां अब ब्लास्ट के बाद बिखरे मलबे में टिफिन के टुकड़ों की तलाश कर रहे हैं। अगर एजेंसियों को टिफिन का टुकड़ा मिल जाता है तो इससे टिफिन बम की पुष्टि हो सकती है।