यूपी के राजधानी लखनऊ में लोगों को जाम से निजात दिलाने व ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए DCP ट्रैफिक ने अपने कार्यलय में E-Rickshaw यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की है। जिसके बाद शहर के 10 रूटों पर E-Rickshaw को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। जिसमें हज़रतगंज, गोमतीनगर, विभूतिखण्ड, गाज़ीपुर, गोसाईगंज, कैंट, गौतमपल्ली, कैसरबाग, आशियना, सरोजनीनगर, मानकनगर, आलमबाग और PGI जैसे थाना क्षेत्र शामिल है। वहीं इसके अलावा 18 रूटों को वन-वे कर दिया है। पुलिस कमिश्नर सुजीत पाडेंय बताया कि यह व्यवस्था 16 फरवरी से सख्ती के साथ लागू कर दी जाएगी।
सहारागंज से सप्रु मार्ग, डनलप से अलका तिराहे तक ,सिंकदरबाग से शाहनजफ रोड,लालबाग से मेफेयर के बीच,बैंक ऑफ इंडिया से नवल किशोर रोड,परिवर्तन चौराहे से DM आवास की तरफ,हजरतगंज चौराहे से सिविल अस्पताल,हिंद सिनेमा से कैंपर तिराहे की तरफ,डीएसओ से सिविल अस्पताल तक,लाल बहादुर शास्त्री तिराहे से सिसेंडी तक,रॉयल होटल से डॉक्टर शूजा रोड तक,ओडियन तिराहे से बर्लिंगटन चौराहे तक,अशोक लाट से बर्लिंगटन तक बड़े वाहन,BN तिराहे से हुसैनगंज तक,नजीराबाग से कैसरबाग तक,PNT अड्डे से बैराज होकर समतामूलक तक, KKC से राणा प्रताप चौराहे तक,चौक चौराहे से कमला नेहरू चौराहे तक।
बैठक में DCP ट्रैफिक चारु निगम के साथ ADCP ट्रैफिक फर्स्ट सुरेश चंद्र रावत, ACP ट्रैफिक अनिल कुमार के साथ समस्त यूनियन के नेता भी मौजूद रहे।

