कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों की घटना के बाद प्रदेश सरकार माफियाओं पर शिकंजा कस रही है। शनिवार को CM की अफसरों के बाद बैठक के बाद लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में लखनऊ के लालबाग में माफिया मुख्तार अंसारी से जुड़ी एक अवैध इमारत को LDA ने सील कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस इमारत के पीछे मुख्तार अंसारी का नाम है।
इसके पहले गाजीपुर में शनिवार को सदर SDM प्रभास कुमार व सीओ सिटी ओजस्वी चावला के नेतृत्व में पुलिस टीम ने फत्तेउल्लाहपुर स्थित खाद्यान्न भंडारण केंद्र के मुख्य गेट को जेसीबी से ध्वस्त करते हुए 5 बीघा सरकारी तालाब की जमीन को मुक्त करा लिया और इसे ग्राम पंचायत को सौंप दिया।
बाकी जमीन को भी अतिक्रमण मुक्त कराने की तैयारी चल रही है। कार्रवाई के दौरान सदर तहसीलदार मुकेश सिंह, कानूनगो अनिल चौबे व लेखपाल सत्यप्रकाश आदि मौजूद रहे।
डीएम ओमप्रकाश आर्य ने शनिवार सायं पत्रकारों को कार्रवाई की जानकारी दी। कहा कि आज से करीब 5 दशक पहले हुई चकबंदी में फत्तेउल्लाहपुर में सरकारी तालाब की जमीन को कु्छ लोगों ने गलत तरीके से अपने नाम दर्ज करवा लिया था। इस जमीन के 5 बीघा एरिया को मुख्तार और दूसरे लोगों ने गलत तरीके से खरीदा और इस पर खाद्यान्न का गोदाम बना लिया गया। अफसरों को इसकी भनक लगी, तो वे जांच करने पहुंचे। जांच में पता चला कि 32 बीघा तालाब के रूप में अंकित जमीन में से 15 बीघा जमीन को गलत तरीके से कब्जे में ले लिया है। जिसे मुक्त करा लिया गया।