Bihar Chunav: बिहार की सियासत में चुनावी बयार तेज हो चुकी है. विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक हलचल चरम पर है. हर दल अपने तरीके से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में जुटा है. इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी पूरी तरह एक्टिव मोड में नजर आने लगे हैं. उम्र 77 साल है, लेकिन जोश ऐसा मानो 27 का हो. शनिवार की सुबह पटना से आरा की ओर लालू यादव का काफिला रवाना हुआ. खास बात यह है कि वे अपनी वैनिटी वैन से निकले, मानो संदेश दे रहे हों कि “लालू यादव अब चुनावी मैदान में लौट चुके हैं.” उनका यह दौरा महज यात्रा नहीं बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति की औपचारिक शुरुआत माना जा रहा है.
आरा पहुंचने के बाद लालू यादव पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. लंबे समय बाद वे सीधे जमीनी कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि लालू यादव का यह कदम कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगा. संगठन को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनने के साथ-साथ वे चुनावी मंत्र भी देंगे. इस दौरान लालू यादव की मुलाकात पूर्व विधायक अरुण यादव से भी होगी. अरुण यादव इस क्षेत्र में राजद का बड़ा चेहरा माने जाते हैं. उनके साथ बातचीत को राजनीतिक समीकरणों से जोड़कर देखा जा रहा है. साफ है कि लालू यादव अब जमीनी नेताओं और कार्यकर्ताओं को साथ लेकर ही आगे बढ़ने की रणनीति बना रहे हैं.
जोश में लालू, तैयारियों में RJD
राजनीतिक पंडित कहते हैं कि लालू यादव का एक्टिव होना RJD के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं. पिछले कुछ सालों से बीमारियों और कानूनी उलझनों के चलते वे राजनीति से दूरी बनाए हुए थे. लेकिन अब चुनाव से पहले उनका यह दौरा कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा बनेगा. संदेश साफ है कि लालू यादव अब पहले की तरह चुनावी मोर्चे पर सक्रिय हैं. राजद की योजना है कि इस बार चुनाव प्रचार पिछली बार से कहीं ज्यादा दमदार हो. जनता से सीधा जुड़ने, घर-घर जाकर संपर्क साधने और पार्टी की नीतियों को सामने रखने पर जोर दिया जाएगा. यही कारण है कि खुद लालू यादव मैदान में उतरकर कार्यकर्ताओं को सीधे दिशा देंगे.
महागठबंधन भी मैदान में
इधर, महागठबंधन भी पीछे नहीं है. 17 अगस्त से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत होने जा रही है. यह यात्रा 23 जिलों से होकर गुजरेगी और 1 सितंबर को पटना में इसका समापन होगा. इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के बड़े चेहरे शामिल होंगे. इसका मकसद चुनाव से पहले जनता से सीधा संवाद और माहौल बनाना है.
