सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति ने फीस बढ़ोतरी पर डीन ऑफ स्टूडेंट्स ऑफिस को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। समिति ने ई-मेल के जरिए डीन ऑफिस को अपनी रिपोर्ट भेजी है। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फीस बढ़ोतरी के मामले में अब छात्रों को उच्चस्तरीय समिति ने सभी पक्षों से बात करके उन्हें भारी छूट देने वाली है। इसके अमल में आने पर फीस वृद्धि का विरोध कर रहे जेएनयू के छात्रों को बड़ी राहत मिल सकती है।
समिति की सिफारिशों में कहा गया है कि जो छात्र बीपीएल से संबंध रखते हैं वे यूटीलिटी और सर्विस चार्ज में 75 प्रतिशत की छूट मिलनी चाहिए। इतना ही नहीं इसके साथ ही कमेटी ने जेएनयू के अन्य सभी छात्रों को इस मद में 50 प्रतिशत तक की छूट देने की सिफारिश की है।
जेएनयू फीस बढ़ोतरी और हॉस्टल की टाइमिंग में बदलाव के बाद स्टूडेंट्स ने कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं 18 नवंबर को जेएनयू के स्टूडेंट्स इकट्ठे होकर संसद भवन को घेरने जा रहे थे। इस दौरान स्टूडेंट्स और पुलिस के बीच झड़प हुई थी, जिसमें कई छात्र और छात्राओं को चोटिल होने की बात सामने आई थी। वहीं इस दौरान पुलिस ने सैकड़ों स्टूडेंट्स को गिरफ्तार किया था। हालांकि, बाद में उनको छोड़ दिया गया।
छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार ने तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति बनाई थी, जिसमें फीस बढ़ोतरी के मामले में छात्रों के प्रतिनिधियों से प्रतिक्रिया ली। इसके बाद उच्चस्तरीय समिति ने छात्रों के प्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया को ईमेल के माध्यम से डीन ऑफ स्टूडेंट्स कार्यालय को भेजा है। ऐसे में समिति की ये सिफारिशें विश्वविद्यालय के सभी स्टूडेंट्स को राहत पहुंचा सकती हैं।
