Sultanganj Assembly Seat: सुल्तानगंज विधानसभा सीट पर कभी नहीं हारी JDU, क्या इस बार भी दबदबा रहेगा कायम? समझिए समीकरण

Sultanganj Assembly Seat: भागलपुर जिले की सुल्तानगंज विधानसभा सीट पर हमेशा से जेडीयू का दबदबा रहा है. हालांकि, विपक्षी दल भी जोरदार टक्कर देती है, लेकिन जीत नहीं मिलती. ऐसे में इस बार यहां का समीकरण क्या है? समझिए इस खबर में.

Sultanganj Assembly Seat: बिहार विधानसभा चुनाव में अब बस कुछ ही महीने बचे हैं. हमेशा की तरह इस बार भी सीएम की कुर्सी की लड़ाई दिलचस्प होने की उम्मीद है. ऐसे में तमाम राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटी है. लिहाजा, आज हम आपको भागलपुर जिले के उस सीट के बारे में बताएंगे, जहां जेडीयू लगातार दबदबा बनाए हुए है. जी हां, हम बात कर रहे हैं भागलपुर के सुल्तानगंज विधानसभा (157) सीट की. इस सीट की सियासी लड़ाई हमेशा दिलचस्प रही है. ऐसे में आइए सुल्तानगंज विधानसभा सीट के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं.

इलाके का मुद्दा

सुल्तानगंज अगुवानी पुल

सुल्तानगंज से अगुवानी तक पुल का निर्माण कार्य एक दशक से जारी है, लेकिन निर्माण अब तक पूरा नहीं हो सका है. तीन बार इस पुल का हिस्सा ध्वस्त हुआ, जिससे काम नहीं हो पाता है. नीतीश कुमार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है. यह सुल्तानगंज के लिए मुख्य मुद्दा है. इस बार इसे तैयार कर उदघाटन का मुद्दा चुनाव में होने वाला है.

सुल्तानगंज बैधनाथ धाम कॉरिडोर

भागलपुर के सुल्तानगंज अजगैबीनाथ धाम से झारखंड के बाबा बैधनाथ धाम तक कॉरिडोर का मुद्दा इस बार तेज है. लाखों कांवड़िया सुल्तानगंज से जल लेकर बैधनाथ धाम जाते हैं, ऐसे में कॉरिडोर की मांग उठी है. इस वर्ष इस क्षेत्र का यह अहम मुद्दा बना हुआ है.

सुल्तानगंज से देवघर के दर्दमारा तक फोरलेन

सुल्तानगंज से देवघर के बीच दर्दमारा तक फोरलेन बनाने की मांग पर सरकार ने पहल करते हुए फोरलेन निर्माण की मंजूरी दी थी. इसको लेकर 534 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति भी मिली थी. सड़क निर्माण कार्य का रास्ता जल्द साफ हो जाएगा. चुनाव से पहले इस मुद्दे को भुनाया जाएगा.

न्यू ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट

सुल्तानगंज में न्यू ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की स्वीकृति मिली है. अभी कार्य ठंडे बस्ते में है, लेकिन चुनाव से पहले आधारशिला रख कार्य शुरू किये जाने की संभावना है. इस विधानसभा में मुख्य मुद्दा रहने वाला है.

गंगा पानी लिफ्ट कर सिंचाई में प्रयोग

सुल्तानगंज के गंगा का पानी लिफ्ट कर बांका और मुंगेर के सुखाड़ क्षेत्रो में सिंचाई के लिए उपलब्ध कराए जाने का मुद्दा भी मुख्य है. सरकार स्तर से पहल शुरू हुई है. सुल्तानगंज से पानी लिफ्ट कर हनुमाना डैम में संचित किया जाना है. इससे सुल्तानगंज के 7 पंचायत समेत तारापुर बेलहर अमरपुर के किसानों को फायदा होगा.

सुल्तानगंज का नाम अजगैबीनाथ धाम करना

सुल्तानगंज में इस बार सबसे गर्म मुद्दों में है, सुल्तानगंज का नाम बदलना, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा था- सुलतानगंज का नाम बदला जाएगा, इसके पहले भी मंत्री विजय चौधरी ने 2022 में कहा था, सुल्तानगंज का नामकरण किया जाएगा. सुलतानगंज नगर परिषद में नाम बदलने का प्रस्ताव पास हुआ, लेकिन फाइल अभी सरकार के पास अटकी हुई है, यह मुद्दा अहम है.

इलाके की समस्याएं

सुल्तानगंज में जाम यहां की सबसे बड़ी समस्या है, लोगों को हर दिन घण्टों जाम से जूझना पड़ता है. नगर परिषद के दक्षिणी हिस्से के वार्डों में बारिश के दिनों में जलजमाव की समस्या बनी रहती है. 4 महीने लोग जलजमाव की समस्या से जूझते हैं. सुल्तानगंज के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित रहते हैं. ऐसे में एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों को निचले इलाके के लोगों को बाढ़ से दो महीने जूझना पड़ता है. इसके अलावा सुल्तानगंज के शाहकुंड इलाके में सुखाड़ की समस्या रहती है, किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है.

2020 चुनाव का नतीजा

पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2020 में यहां से जदयू प्रत्याशी ललित नारायण मंडल की जीत हुई थी, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी ललन कुमार को हार का सामना करना पड़ा था. ललित नारायण मंडल को 72 हजार 823 वोट (42.58%) कांग्रेस के ललन कुमार को 61 हजार 258 (35.82%) वोट मिले थे. लोजपा प्रत्याशी नीलम देवी को 10 हजार 222 (5.98%) वोट मिले थे.

पिछले कुछ चुनावों के परिणाम 2010 विधानसभा चुनाव

2010 में जदयू प्रत्याशी सुबोध राय को 34,652 वोट मिले थे, जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी राजद प्रत्याशी राम अवतार मंडल को 29,807 वोट मिले थे. सुबोध राय 4,845 वोटो से विजीय हुए थे.

2015 विधानसभा चुनाव

2015 के विधानसभा चुनाव में सुल्तानगंज सीट से जदयू प्रत्याशी सुबोध राय को 63,345 वोट मिले थे, वहीं निकटतम प्रतिद्वंदी रालोसपा प्रत्याशी हिमांशु पटेल को 49,312 वोट मिले थे. सुबोध राय 14 हजार 33 वोटों से इस चुनाव में जीते थे.

2020 विधानसभा चुनाव

जदयू प्रत्याशी ललित नारायण मंडल को 72,823 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी ललन कुमार को 61,258 वोट मिले थे. ललित नारायण मंडल 11,565 मतों से 2020 के चुनाव में जीते थे.

प्रमुख दावेदार और पार्टियां

जदयू से वर्तमान विधायक का ललित नारायण मंडल, भाजपा से पवन कुमार मिश्रा, कांग्रेस से ललन कुमार, राजद से अजीत यादव और लोजपा से नीलम देवी दावेदारी कर सकती हैं. वहीं जनसुराज से अरुण दास और राकेश सिंह दावेदारी कर सकते हैं. ये सभी प्रमुख दावेदारों में से है.

जातीय समीकरण

सुल्तानगंज विधानसभा में अगड़ी जाति व मंडल समाज के अलावा मुस्लिम की भूमिका अहम मानी जाती है. इस क्षेत्र में मंडल (कुर्मी, कोइरी, गंगोता) की संख्या 45 हजार 650 है. मुस्लिम 38 हजार 412, यादव 31 हजार 846, बनिया समाज (शाह) 17728, पासवान 11 हजार 490, इसके अलावे अन्य कई जातियां है.

वोटर्स का आंकड़ा

सुलतानगंज में कुल वोटर्स 3.22 लाख

पुरुष वोटर्स – 1.70 लाख (52.9%)

महिला वोटर्स – 1.50 लाख (46.7%)

ट्रांसजेंडर – 18

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