ITR Filling Tips: इनकम टैक्स रिटर्न यानी ITR भरते समय सावधानी बरतने की जरूरत होती है. लेकन अक्सर लोग छोटी-छोटी गलतियां कर देते हैं. जिन्हें नजरअंदाज करना बाद में बहुत भारी पड़ सकता है. कई लोग सोचते हैं कि बस फॉर्म भर दिय अब काम खत्म हो गया. लेकिन ऐसा नहीं होता है. इनकम टैक्स रिटर्न भरते समय सही जानकारी नहीं देने या गलत जानकारी भरने पर आयकर विभाग नोटिस भेज सकता है.
गलत PAN नंबर, इनकन की गलत कैटेगरी, टैक्स क्रेडिट की गलती या सेक्शन में गलती जैसी चीजें आम हैं. कई बार लोगों को यह लगता है कि कुछ रुपये की गलती नज़रअंदाज हो जाएगी. लेकिन टैक्स विभाग के पास अब डिजिटल ट्रैकिंग इतनी मजबूत हो गई है कि यह मामूली चूक भी पकड़ी जा सकती है. इसलिए ITR भरते समय हर डिटेल सही और पूरी तरह वेरिफाई करना जरूरी है. नहीं तो आ सकता है नोटिस.
नोटिस क्यों आता है?
अक्सर लोगों को लगता है टैक्स की चोरी और हेरफेर करने वालों को ही इनकम टैक्स ऑफिस की ओर से नोटिस मिलता है. लेकिन ITR में गलती होने पर आयकर विभाग आपको नोटिस भेजता है. जिसे आम तौर पर e-mail या डिजिटल पोर्टल पर देखा जा सकता है. नोटिस में यह बताया जाता है कि कहां और कौनसे अमाउंट में गड़बड़ी पाई गई है और इसे सुधारने का समय भी दिया जाता है.
कई बार यह नोटिस सिर्फ जानकारी के लिए होता है. लेकिन कुछ मामलों में आपको एक्सट्रा टैक्स या पेनल्टी भी भरनी पड़ सकती है. नोटिस आने पर घबराने की जरूरत नहीं है. बल्कि फॉर्म और बैंक डॉक्यूमेंट्स को ध्यान से देखकर गलती सुधारनी चाहिए. डिजिटल पोर्टल पर अपील और सुधार की प्रोसेस भी आसान है. जिससे जल्दी से मामला सुलझ सकता है.
ITR भरते समय किन गलतियों से कैसे बचें?
इनकम टैक्स रिटर्न यानी ITR भरते समय सबसे पहले फॉर्म भरने से पहले अपनी इनकम, टैक्स क्रेडिट और PAN की जानकारी चेक कर लें. सेक्शन और डिडक्शन सही भरें, बैंक अकाउंट डिटेल्स वेरिफाई करें और अगर हो सके तो डिजिटल रसीद या स्लिप का रिकॉर्ड रखें. कई लोग TDS या 26AS स्टेटमेंट चेक नहीं करते.
जो बाद में नोटिस आने की वजह बनता है. एक और आसान तरीका है कि किसी प्रोफेशनल टैक्स कंसल्टेंट या सॉफ्टवेयर की मदद लें. जो ऑटोमैटिक वेरिफिकेशन करता है. छोटी-छोटी चूक से बचकर आप नोटिस आने की संभावना को काफी हद तक कम कर सकते हैं और ITR सही तरीके से फाइल कर पाएंगे.

