भारत का पहला स्वदेशी युद्धपोत आइएनएस विक्रांत (INS Vikrant) इंडियन नेवी को सौंप दिया गया है। पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को आइएनएस विक्रांत को देशवासियों को समर्पित किया। आइएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को लेकर अब सियासी घमासान भी शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) का श्रेय का आरोप लगाया है।
‘सभी सरकारों को जाता है INS विक्रांत का श्रेय’
जयराम ने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री शासन में निरंतरता को कभी नहीं मानते। आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन इसे 22 साल पहले शुरू किया गया था। पहले वाजपेयी सरकार, फिर मनमोहन सरकार और अब मोदी सरकार, इसमें निरंतरता है।’
उन्होंने आगे कहा कि हम भारतीय नौसेना, इंजीनियरों, अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना करते हैं, लेकिन यह कहना कि यह पूरी तरह से 2014 के बाद की उपलब्धि है, गलत है। इसको बनने में 22 साल लगे हैं और इसका श्रेय सभी सरकारों को जाता है।
इससे पहले कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा था कि भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत आइएनएस विक्रांत 1999 से सभी सरकारों का एक सामूहिक प्रयास है। क्या पीएम इसे स्वीकार करेंगे? हम पुराने आइएनएस विक्रांत को भी याद कर लें जिसने 1971 के युद्ध में अहम भूमिका निभाई।