राजस्थान में जारी सियासी घमासान शांत होता नहीं दिख रहा है। सचिन पायलट के बागी तेवर के बाद से ही सियासी संकट में फंसी कांग्रेस अब पूरी तरह से हमलावर है। जहां एक ओर पायलट बनाम गललोत की बीच जंग जारी है तो वहीं दूसरी ओर राजस्थान कांग्रेस ने राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और बीजेपी के खिलाफ भी मोर्चा बुलंद कर लिया है। आपको बता दें सोमवार को देशभर में बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। वहीं विधानसभा सत्र बुलाए जाने के मुद्दे को राज्यपाल कलराज मिश्र को भी घेरने की कोशिश की जाएगी
इस बात कांग्रेस ने एलान किया है कि 27 जुलाई यानी आने वाले सोमवार को सुबह 11 बजे कांग्रेस के कार्यकर्ता देश भर के राजभवनों यानी राज्यपालों, उप राज्यपालों के आवास के बाहर बीजेपी के खिलाफ “लोकतंत्र बचाओ – संविधान बचाओ” की मांग के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस विरोध प्रदर्शन में राज्यपाल की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए उनका भी विरोध किया जाएगा। इस मामले को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होनी है।
आपको बता दें सोमवार को होने वाले देशव्यापी हड़ताल का ऐलान करते हुए कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि, ”देश के संवैधानिक और लोकतांत्रिक ढांचे पर बीजेपी हमला कर रही है। धनबल, डर और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर बीजेपी, लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई विरोधी दलों की सरकारों को अस्थिर करने में लगी है।” इतना ही नहीं कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने बीजेपी के अलावा राज्यपाल कलराज मिश्र पर भी हमला बोलते हुए कहा कि, ”राज्य मंत्रिमंडल की सिफारिश के बावजूद राज्यपाल विधानसभा का सत्र नहीं बुला रहे, ताकि विधायकों की खरीद-फरोख्त को बढ़ावा मिल सके। गन्दी राजनीति के लिए बीजेपी राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद का दुरुपयोग कर रही है।”
सोमवार को होने वाले विरोध प्रदर्शन से पहले आज कांग्रेस सोशल मीडिया पर ‘स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी’ अभियान भी चलाएगी, इस अभियान के तहत पार्टी के बड़े नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक कई अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए राजस्थान मामले को लेकर बीजेपी को घेरते हुए अपनी राय प्रकट करेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि आज वीडियो संदेश के जरिए कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपना वीडियो संदेश जारी करें।

