Coronavirus और lockdown के बीच जहां कुछ मकान मालिकों की वजह से प्रशासन को सख्त होना पड़ा, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी मर्जी से किराया छोड़ दिया है। वह भी 10-20 हजार नहीं पूरे 1.50 लाख रुपये। ऐसा नोएडा के बरौला गांव में हुआ है। वहां रहनेवाले कुशल पाल ने अपने 50 किरायेदारों का किराया माफ कर दिया, जिन्हें कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से पैसों की तंगी है। इतना ही नहीं वे उन लोगों से अपील भी कर रहे हैं कि फिलहाल अपने घर न जाकर यहीं रहें। वह उनकी खाने-पीने की चीजों से भी मदद कर रहे हैं।
कुशल पाल बताते हैं कि उनके यहां करीब 50 किराएदार हैं। सबसे करीब 1.50 लाख का किराया आ जाता है, लेकिन उन्होंने इस महीने के लिए किराया माफ कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने सबको 5-5 किलो आटा भी दिया। उन्होंने किरायेदारों से कहा है कि फिलहाल घर छोड़कर न जाएं। पाल अपने सिक्यॉरिटी गार्ड, ड्राइवर की भी मदद कर रहे हैं।
Lockdown की वजह से दिल्ली-नोएडा में किराये पर रहनेवाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। काम बंद होने की वजह से उनपर खाने को भी पैसे नहीं हैं। ऐसे में कुछ मकान मालिक उनपर किराए का भी प्रेशर बना रहे थे। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने मकान मालिकों से यहां तक कह दिया था कि लोगों का किराया वे यानी सरकार खुद देगी। वहीं गौतम बुद्ध नगर में इसके लिए सख्त निर्देश जारी हो गए हैं। वहां अब एक महीने का किराया माफ करना ही होगा।