इंडियन टीम के कप्तान विराट कोहली मैदान में अपने गुस्से की वजह से जाने जाते हैं। उनका गुस्सा अभी तक उनके लिए एक हथियार का काम करता था। लेकिन उनका ये गुस्से वाला अंदाज अब उन पर भारी पड़ने वाला है।
आने वाले समय में मैदान में विराट कोहली को संभल कर उतरना पड़ेगा। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो आने वाले वक्त में उन्हें बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। हाल ही में भारतीय कप्तान विराट कोहली को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी-20 मैच के दौरान मैदान पर दुर्व्यवहार के लिए चेतावनी दी गई थी। वहीं इस दौरान आईसीसी ने कोहली को एक डिमेरिट पॉइंट भी दिया था।
कोहली ने बेंगलुरु में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए तीसरे टी-20 मुकाबले के दौरान अफ्रीकी गेंदबाज ब्यूरेन हेंड्रिक्स से बहस के दौरान कंधा टकराया था। इस मैच में भारत की पारी के दौरान विराट कोहली ब्यूरेन हेंड्रिक्स की एक गेंद पर रन दौड़ रहे थे, तभी हेंड्रिक्स उनके रास्ते में आ गए। इस पर विराट ने हेंड्रिक्स को कंधे से धक्का मारा था। जिसके बाद सजा के तौर पर आईसीसी ने कोहली को मैदान पर दुर्व्यवहार के लिए उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट पॉइंट जोड़ दिया। कोहली की इस हरकत के बाद उन्हें आईसीसी ने कोड ऑफ कंडक्ट के मुताबिक लेवल-1 का दोषी पाया था।
सितंबर 2016 में आईसीसी के नए नियमों के लागू होने के बाद से यह तीसरा मौका है, जब कोहली के रिकॉर्ड में डिमेरिट पॉइंट जोड़ा गया था। विराट के खाते में अब तीन डिमेरिट पॉइंट हो गए हैं। इससे पहले कोहली को जनवरी 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुए टेस्ट के दौरान पहला और 22 जून को क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के दौरान अफगानिस्तान के खिलाफ हुए मैच में दूसरा डिमेरिट पॉइंट मिला था।
ऐसे में विराट कोहली को जनवरी 2020 तक काफी सतर्क रहना होगा। क्योंकि अगर उन पर दोबारा कोई आरोप लगा तो आईसीसी उन्हें हमेशा के सस्पेंड कर देगा। मतलन की उनके रिकॉर्ड में एक और डिमेरिट पॉइंट जुड़ जाएगा जिसके बाद उसकी संख्या 4 हो जाएगी। 4 डिमेरिट पॉइंट होने के साथ आईसीसी के नियमों के तहत विराट कोहली पर एक टेस्ट, दो वनडे या दो टी-20 मैचों का बैन लग सकता है।
आईसीसी के नियमों के मुताबिक जब एक खिलाड़ी के 24 महीनों में 4 या उससे अधिक डिमेरिट प्वॉइंट हो जाते हैं तो उस पर बैन कर दिया जाता है। ऐसे में उस पर एक टेस्ट या दो वनडे या दो टी-20 में खेलने पर बैन लगाया जा सकता है।