Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि मुख्य रूप से दैत्य महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय का उत्सव है, जो शक्ति, साहस और समृद्धि का प्रतीक है. यह 10 दिनों तक मनाया जाने वाला त्योहार है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है.
नवरात्रि की शुरुआत हो चुकीू है, ऐसे में जिन लोगों की शादी नहीं हो रही है वे लोग नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा पूरी श्रद्धा के साथ करें, जिससे जल्द ही उनकी शादी हो जाएगी. तो आइए जानें मां कात्यायनी की पूजा कैसे करें.
मां कात्यायनी की पूजा से विवाह की कामना पूरी होती है
ऐसा माना जाता है कि मां कात्यायनी की पूजा करने से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और विवाह जल्दी होता है. विशेष रूप से नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा की जाती है और भक्त शीघ्र विवाह के लिए उनसे प्रार्थना करते हैं.
नवरात्रि के छठे दिन कात्यायनी की पूजा कैसे करें?
नवरात्रि का छठा दिन देवी कात्यायनी को समर्पित है, जो उग्र शक्ति और साहस का प्रतीक हैं. उन्हें ऋषि कात्यायन की पुत्री के रूप में जाना जाता है और उनका वाहन सिंह है.
इस दिन देवी कात्यायनी की पूजा करने से वैवाहिक अड़चनें दूर होती हैं, व्यक्ति को साहस मिलता है, और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. पूजा के दौरान उन्हें शहद और पीले फूल अर्पित किए जाते हैं.
स्नान और शुद्धता
सबसे पहले स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें और खुद को गंगाजल से शुद्ध करें.
भोग और विशेष उपाय
मां को शहद का भोग लगाना विशेष रूप से शुभ माना जाता है, इससे देवी प्रसन्न होती हैं। पीला फूल, पीले वस्त्र और हल्दी की तीन गांठ अर्पित करने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं.
मंत्र जाप
‘सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्र्यम्बिके गौरी नारायणी नमोस्तुते।। नन्द गोप सुतं देवि पतिं मे कुरुते नमः।।’ मंत्र का शुद्ध मन से जाप करने से विवाह संबंधी बाधाएं दूर होती हैं.
शास्त्रों के अनुसार
शास्त्रों के अनुसार, जिन व्यक्तियों या कन्याओं का विवाह नहीं हो रहा है, उन्हें कात्यायनी देवी की पूजा करनी चाहिए. इससे विवाह के विघ्न दूर होते हैं और वे शीघ्र ही विवाह के योग्य बनते हैं.