वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने चीन में फैले जानलेवा कोरोना वायरस को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया है। WHO ने यह कदम तब उठाया है जबकि इस वायरस से चीन में अब तक 212 लोगों की मौत हो चुकी है। वायरस की चपेट में कम से कम 6 हजार लोग बताए जा रहे हैं। WHO के इस एलान के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया है कि चीन के पास वो क्षमता और विश्वास है जिससे इस वायरस के खिलाफ लड़ाई जीती जा सकती है। इस एलान के बाद अब कोरोना वायरस से लड़ने के लिए और अधिक रिसोर्स और पैसे की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।
नई जानकारी के अनुसार भारत में भी इस कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया है। दक्षिण के राज्य केरल में चीन के वुहान प्रांत से लौटीं एक महिला कोरोना वायरस पॉजिटिव पाई गई हैं। केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने इस मामले में बयान दिया है। जानकारी के अनुसार इस वायरस से पीड़ित मरीज को तृस्सूर अस्पताल से तृस्सूर मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि राज्य में 15 व्यक्ति को डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है। उन्होंने कहा कि इन 15 व्यक्तियों में से 9 को स्पेशल वार्ड में रखा गया है।
यह जानलेवा वायरस अभी तक 17 देशों में फैल गया है। भारत इस लिस्ट में नया है। इस बीच, कई वैश्विक एयरलाइनों ने चीन के विभिन्न शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। चीन में इस वायरस से छह विदेशी भी संक्रमित हुए हैं। जर्मनी में 4 मामलों की पुष्टि हुई है। इस तरह, फ्रांस के बाद यह दूसरा यूरोपीय देश हो गया है।
इसी बीच पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रमुख राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना से अपने उद्देश्य को दृढ़ता से मन में रखने और कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने में योगदान देने की मुश्किल जिम्मेदारी उठाने को कहा है। इसके बाद पीएलए ने हुबई प्रांत की राजधानी वुहान में अपने हजारों मेडिकल कर्मियों को इस वायरस से संक्रमित लोगों को बचाने के कार्य में लगाया है ताकि चिकित्सकों की मदद की जा सके. यह शहर इस वायरस से सर्वाधिक प्रभावित है।