फर्जी प्रपत्रों के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी पाए कई शिक्षक-शिक्षिकाओं के खिलाफ विभाग ने आज जिले भर के अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कराईं हैं। हालांकि इस फर्जीवाड़े में कुछ शिक्षकों पर पहले ही एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी थी। अब तक जिले में कुल 19 शिक्षिकों पर एफआईआर दर्ज हुई है। जिनमें से 13 लोगों पर मंगलवार को रिपोर्ट दर्ज कराई गई। मामले को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के.के. ओझा ने बताया कि फर्जी प्रपत्र के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षकों को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है। इनकी जांच करने के बाद एसआईटी लखनऊ की ओर से एफआईआर दर्ज कराने के आदेश मिले थे। उसी के आधार पर कानूनी कार्यवाही कराई गई है।

फर्जी प्रपत्रों के आधार पर नौकरी पाने के आरोप में छिबरामऊ ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बहादुरपुर में तैनात शिक्षक अनन्तराम, रुद्रपुर में तैनात देवपाल, नौगाई में तैनात राजीव यादव, करनौली में बदन सिंह, जगतपुर में विजय सिंह, हाथिन में सुनील कुमार द्विवेदी, पन्थरा में मीनू, विजय नगला में रमाशंकर, अहिरुआ राजारामपुर में रीना देवी, कसाबा में सरिता पाल और धरनीधरपुर में सुशील कुमार पर एफआईआर दर्ज कराई गई।

इसके अलावा उमर्दा ब्लॉक के अज्योरा में निर्मला देवी, कन्नौज के डहलेपुर में सुनीता पाठक, सौरिख के बटेला में नीता वर्मा, हसेरन के ब्राहिमपुर में अरविंद कुमार, तालग्राम के निजामपुर में विपिन कुमार, रोहली में अनुराग सिंह, गदौरा में मनोज कुमार और गुगरापुर ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय लालपुरपूर्वी में सर्वेश कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गईं हैं। इन फर्जी शिक्षकों से रिकवरी के भी आदेश शासन से मिले हैं।