दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 20 दिनों से हजारों की संख्या में किसान कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान कृषि कानूनों को पूरी तरह से रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। इस बीच प्रधानमंत्री Narendra Modi ने पहली बार किसान आंदोलन पर बयान दिया है। PM Modi ने किसान आंदोलन को लेकर विपक्ष पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि दिल्ली में किसानों को डराने की कोशिश की जा रही है। आइये PM Modi के किसान आंदोलन पर दिये बयान की 10 बड़ी बातों को जानें…
PM Modi ने कहा, किसानों की शंकाओं के समाधान के लिए सरकार चौबीसों घंटे तैयार।
प्रधानमंत्री Narendra Modi ने कहा कि किसानों का कल्याण उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और उन पर किसानों को भ्रमित करने की साजिश रचने का आरोप लगाया।
मोदी ने कहा, आज कल दिल्ली के आसपास किसानों को भ्रमित करने की बड़ी साजिश चल रही है।
किसानों को डराया जा रहा है कि कृषि सुधारों के बाद किसानों की जमीन पर कब्जा कर लिया जाएगा।
PM Modi ने कहा, कृषि सुधारों की मांग वर्षो से की जा रही थी और अनेक किसान संगठन भी यह मांग करते थे कि किसानों को अनाज को कहीं पर भी बेचने का विकल्प दिया जाए।
PM Modi ने कहा, आज जो लोग विपक्ष में बैठकर किसानों को भ्रमित कर रहे हैं, वह भी अपनी सरकार के समय इन कृषि सुधारों के समर्थन में थे। लेकिन अपनी सरकार के रहते वे निर्णय नहीं ले पाए। किसानों को झूठे दिलासे देते रहे।
मोदी ने कहा, मैं अपने किसान भाइयों बहनों को बार-बार दोहराता हूं। उनकी हर शंका के समाधान के लिए सरकार 24 घंटे तैयार है।
किसानों का हित पहले दिन से हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक रहा है। खेती में किसानों का खर्च कम हो, उनकी आय बढ़े और मुश्किलें कम हों, इसके लिए सरकार ने निरंतर काम किया है।
सरकार की ईमानदार नीयत और ईमानदार प्रयास को करीब-करीब पूरे देश ने आशीर्वाद दिए हैं। किसानों के आशीर्वाद की ताकत से जो भ्रम फैलाने वाले लोग हैं, जो राजनीति करने पर तुले हुए लोग हैं, जो किसानों के कंधे पर बंदूक फोड़ रहे हैं… देश के सारे जागरूक किसान उनको भी परास्त करके रहेंगे।