भारत में 500000000000 का होगा बिजनेस… चीन को एक लाख करोड़ का झटका, जानें क्या है वजह?

Dhanteras News: ऑल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया की देश भर के ज्वेलरी व्यापारियों में कल धनतेरस की बिक्री को लेकर बड़ा उत्साह है जिसके लिए ज्वैलरी व्यापारियों ने व्यापक स्तर पर काफी तैयारियां की हुई है. सोने-चांदी, डायमंड आदि के नए डिजाइन के गहने एवं आभूषण सहित अन्य वस्तुओं का प्रचुर मात्रा में स्टॉक रखा गया है.

दिवाली की त्यौहारों के सीजन की श्रृंखला में मूलरूप से कल यानी शुक्रवार को धनतेरस का त्यौहार दिल्ली सहित देश भर के व्यापारियों के लिए माल की बिक्री का एक बड़ा दिन है जिसकी लेकर देशभर में बड़ी तैयारियां व्यापारियों ने की हुई है. कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की गुरुवार और शुक्रवार को धनतेरस के मौके पर देशभर में लगभग 50 हजार करोड़ रुपये के रिटेल व्यापार का अनुमान है.

वहीं दूसरी तरफ इस दिवाली पर वोकल फॉर लोकल का दर्शन पूरी तरह बाजारों में दिख रहा है क्योंकि लगभग सारी ख़रीदारी भारतीय सामानों की ही हो रही है. एक के अनुमान के अनुसार दिवाली से जुड़े चीनी सामानों की बिक्री अब न होने से चीन को लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के व्यापार की चपत लगी है. कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की धनतेरस के दिन सिद्धि विनायक श्री गणेश जी, धन की देवी श्री महालक्ष्मी जी तथा कुबेर जी की पूजा होती है. इस दिन नई वस्तु खरीदना शुभ माना जाता है.

इस दिन खासतौर पर सोना चांदी के आभूषण तथा अन्य वस्तुएं, सभी प्रकार के बर्तन, रसोई का सामान, वाहन, कपड़े एवं रेडीमेड गारमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली का सामान एवं उपकरण, व्यापार करने के उपकरण जैसे कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से जुड़े उपकरण, मोबाइल, बही खाते, फर्नीचर, एकाउंटिंग का अन्य सामान आदि विशेष रूप से ख़रीदे जाते हैं. प्राचीन मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन झाड़ू भी अवश्य ख़रीदी जाती है.

ऑल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया की देश भर के ज्वेलरी व्यापारियों में कल धनतेरस की बिक्री को लेकर बड़ा उत्साह है जिसके लिए ज्वैलरी व्यापारियों ने व्यापक स्तर पर काफी तैयारियां की हुई है. सोने-चांदी, डायमंड आदि के नए डिजाइन के गहने एवं आभूषण सहित अन्य वस्तुओं का प्रचुर मात्रा में स्टॉक रखा गया है. उन्होंने बताया की इसके साथ ही इस वर्ष आर्टिफिशियल ज्वेलरी की भी बड़ी मांग बाजारों में दिखाई दे रही है. वहीं सोने चांदी के सिक्के, नोट एवं मूर्तियों को भी धनतेरस पर बड़ी मात्रा में ख़रीदा जाना भी संभावित है।

कैट के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा एवं प्रदेश महामंत्री देव राज बवेजा ने बताया की दिल्ली में शुक्रवार को धनतेरस के दिन चांदनी चौक, दरीबा कलां, मालीवाड़ा, सदर बाजार, कमला नगर, अशोक विहार, मॉडल टाउन, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रोहिणी, राजौरी गार्डन, द्वारका, जानकपुरी, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, ग्रीन पार्क, यूसुफ़ सराय, लाजपत नगर, कालकाजी, प्रीत विहार, शाहदरा एवं लक्ष्मी नगर सहित विभिन्न रिटेल बाज़ारों में सामानों में विशेष रूप से वृद्धि होने की संभावना है.

वहीं दूसरी तरफ इस दिवाली पर वोकल फॉर लोकल का दर्शन पूरी तरह बाजारों में दिख रहा है क्योंकि लगभग सारी ख़रीदारी भारतीय सामानों की ही हो रही है. एक के अनुमान के अनुसार दिवाली से जुड़े चीनी सामानों की बिक्री अब न होने से चीन को लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के व्यापार की चपत लगी है. कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की धनतेरस के दिन सिद्धि विनायक श्री गणेश जी, धन की देवी श्री महालक्ष्मी जी तथा कुबेर जी की पूजा होती है. इस दिन नई वस्तु खरीदना शुभ माना जाता है.

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