दिल्ली की हवा जहरीली हो रही है. हवा में धुंध की चादर छा गई है. दिवाली से पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स कई जगहों पर 400 के पार पहुंच गया है, जो कि प्रदूषण का खतरनाक स्तर है. शुक्रवार की सुबह दिल्ली का औसत AQI लेवल 346 रहा, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है. दिल्ली के अशोर विहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स आज 420 दर्ज किया गया. हालांकि, यह पहली बार नहीं है. बीते पांच सालों के आंकड़ों को देखें तो अक्टूबर से नवंबर में दिल्ली का प्रदूषण लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है.
वहीं, बवाना का एक्यूआई 492 दर्ज किया गया. बुरारी क्रॉसिंग की एयर क्वालिटी इंडेक्स 460 दर्ज किया गया. सीआरआई आई मथुरा रोड में दिल्ली की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 427 दर्ज किया गया.साल 2021 के मुकाबले इस साल अक्टूबर में दिल्ली में पीएम ( Particulate Matter) 2.5 का लेवल में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है. रेस्पिरर रिपोर्ट के अनुसार,देश के चार प्रमुख शहरों में एयर पोल्यूशन में वृद्धि देखी गई है. वहीं लखनऊ और पटना में गिरावट देखने को मिली है.
क्या रहा पिछले साल का हाल
दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता में इस साल पीएम 2.5 का लेवल पिछले साल पहले की तुलना में अधिक देखा गया. वहीं चेन्नई में पिछले साल की तुलना में 23 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली है. रेस्पिरर की रिपोर्ट में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, लखनऊ और पटना जैसे शहरों के 2019 और 2023 के बीच पीएम 2.5 का विश्लेषण किया गया.
आज कितना रहा AQI
धीरपुर 391
- पूसा रोड 333
लोधी रोड 324
दिल्ली यूनिवर्सिटी 377
एयरपोर्ट 371
मथुरा रोड 361
- आया नगर 326
आईआईटी दिल्ली – 349
मुंबई में पिछले साल के मुकाबले बढ़ा प्रदूषण का स्तर
बेंगलुरु में 2019 और 2020 के बीच पीएम 2.5 का लेवल 72.1 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. जबकि 2021 में 5.8 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखने को मिली. 2022 में फिर से 29.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, वहीं 2023 में एक बार फिर 11.6 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली. मुंबई में पिछले साल के मुकाबले इस साल अक्टूबर प्रदूषण 42 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया.