Delhi CM Rekha Gupa: अरविंद केजरीवाल, आतिशी की काट BJP ने कैसे निकाली? झटके में दे दिया ‘दूल्हा कौन’ का जवाब

दिल्ली की नई सीएम रेखा गुप्ता के नाम के ऐलान के साथ ही बीजेपी ने एक तीर से कई निशाने साधने में सफलता हासिल की है. रेखा गुप्ता के कारण बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल और आतिशी को एक झटके में जवाब दिया है.

दिल्ली इलेक्शन के दौरान अरविंद केजरीवाल बीजेपी से बार-बार एक ही सवाल पूछते थे कि आपका दूल्हा कौन होगा? 48 सीटें जीतने के बाद अब बीजेपी ने उसका जवाब दिया है. एक ऐसी महिला को कमान सौंपी है, जिसका स्लोगन ही है कि ‘मेरा काम ही पहचान है.’ रेखा गुप्ता पर बीजेपी लीडरशिप ने इतना भरोसा कैसे जताया कि वो केजरीवाल और आतिशी की काट बन सकें. हम आपको इनसाइड स्टोरी बता रहे हैं. रेखा गुप्ता का ऐलान करते समय बीजेपी ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं.

महिला मुख्यमंत्री और बेदाग चेहरा

भाजपा ने प्रवेश वर्मा सहित कुछ बहुत ही प्रमुख चेहरों में से उन्हें चुना. जो पार्टी को कई मोर्चों पर बढ़त दिलाने में मदद कर सकता है. रेखा गुप्ता तीसरी महिला सीएम रहीं, आतिशी का स्थान लेंगी. छात्र राजनीति से नगरपालिका तक का रेखा गुप्ता का सफर उनके मजबूत जनाधार को दिखाता है. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की जगह उन्हें चुनकर, पार्टी का मकसद एक नया चेहरा और एक गैर- विवादास्पद नेता पेश करना है. रेखा गुप्ता को दिल्ली का सीएम बनाकर, बीजेपी महिला मुख्यमंत्रियों की विरासत बनाने की भी कोशिश कर रहा है, जो अरविंद केजरीवाल के एक दशक लंबे शासन के विपरीत एक कदम है.

बाहरी दिल्ली में कद्दावर नेता के रूप में पहचान

रेखा गुप्ता की पहचान बाहरी दिल्ली की कद्दावर नेता की रही है. बाहरी दिल्ली की 10 में से 9 सीटों पर जीत का झंडा फहराकर बीजेपी ने आप का इस इलाके में सफाया कर दिया था. रेखा गुप्ता को सीएम बनाकर बीजेपी ने बाहरी दिल्ली के वोटरों को एक संदेश देने का भी काम किया है.

कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा उपलब्ध

बीजेपी ने बुधवार को रेखा गुप्ता को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री घोषित किया. शालीमार बाग से तीन बार की पार्षद और पहली बार एमएलए बनीं गुप्ता को चुनकर पार्टी ने अपने महिला मतदाता वर्ग को मजबूत करने की कोशिश की है. रेखा गुप्ता, आतिशी, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी. पहली बार एमएलए बनने के बावजूद, गुप्ता लंबे समय से राजनीति में हैं. वह अपने अभियान ‘काम ही पहचान’ के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने आम आदमी पार्टी के खिलाफ 30,000 मतों के अंतर से शालीमार बाग सीट जीती. उनका जमीनी कार्यकर्ताओं से करीबी संपर्क है.

बीजेपी की नीतियों पर फोकस

यह फैसला महिला केंद्रित नीतियों पर भाजपा के फोकस को भी रेखांकित करता है, क्योंकि 2025 के चुनावों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं की तुलना में अधिक थी. पार्टी ने महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता और स्वास्थ्य सेवा लाभ सहित कल्याणकारी योजनाओं का वादा किया था, जिसने उसकी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

जमीनी नेता

रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग सीट से चुनाव लड़ा और 29,595 मतों के अंतर से AAP की बंदना कुमारी को हराकर 68,200 वोट हासिल किए. रेखा गुप्ता ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में पार्टी नेतृत्व को उन पर भरोसा जताने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि ‘कई जिम्मेदारियां हैं, और मैं मुझे सौंपी गई भूमिका को निभाऊंगी.’ वह 20 फरवरी को सुबह 11:00 बजे दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी.

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