Delhi Flood Alert: देश की राजधानी दिल्ली पर बाढ़ का खतरा तेजी से मंडरा रहा है. यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. वहीं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि सरकार हालात पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि हर घंटे रिपोर्ट ली जा रही है. वहीं हथिनीकुंड बैराज सभी गेट खोले जा चुके हैं. प्रशासन का कहना है कि अगले 72 घंटे राजधानी के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं.
सोमवार सुबह हथिनीकुंड बैराज से 29,313 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार करने की आशंका जताई गई है. अधिकारियों को सख्त निगरानी रखने और निचले इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. सरकारी आदेश में कहा गया है, “चूंकि ओआरबी (दिल्ली पुराना रेलवे पुल) पर जलस्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है और 206.50 मीटर से ऊपर जा सकता है.
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सीएम रेखा गुप्ता ने दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, “दिल्ली में तीन लाख की औसत पानी छोड़ा गया है. ऐसे में यमुना फ्लड प्लेन तक पानी जरूर आएगा. पर बाकी जगह नहीं पहुंचेगा. हम हर घंटे रिपोर्ट ले रहे हैं. पानी को यहां पहुंचने में 72 घंटे लगेंगे. सारे गेट खुले हुए हैं और हमारी नजर स्थिति पर बनी हुई है.”
उन्होंने साफ किया कि सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है और जिला प्रशासन को सतर्क रहने का आदेश दिया जा चुका है.
प्रशासन एलर्ट मोड पर
दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि हथिनीकुंड बैराज से तीन लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण खतरा बढ़ गया है. उन्होंने बताया कि पुराना रेलवे पुल पर नदी का स्तर 204.87 मीटर तक पहुंच चुका है और अगले 36 से 48 घंटों में यह खतरे के निशान को पार कर सकता है.
उन्होंने कहा, “मैं हर नागरिक को आश्वस्त करना चाहता हूं, घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. दिल्ली सरकार पूरी तरह अलर्ट पर है, टीमें जमीन पर तैनात हैं और हम हर दिल्लीवासी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.”
खतरे की घंटी: 206 मीटर पर होगी निकासी
अधिकारियों के मुताबिक, जैसे ही यमुना 206 मीटर तक पहुंचती है, निकासी आदेश लागू हो जाएंगे. बाढ़ मैदानों और निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जाएगा. इसके लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग ने चौबीसों घंटे निगरानी शुरू कर दी है.
इरीगेशन एंड फ्लड कंट्रोल डिपार्टमेंट ने चेतावनी दी है कि “यमुना का जलस्तर 2 सितंबर की शाम 5 बजे से रात 8 बजे के बीच 206 मीटर पार कर सकता है. सभी सेक्टर अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में पूरी सतर्कता बरतने और संवेदनशील स्थानों पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.”
हथिनीकुंड से छोड़ा गया पानी पहुंचा दिल्ली
विशेषज्ञ बताते हैं कि हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी आमतौर पर 48 से 50 घंटे में दिल्ली पहुंचता है. सोमवार सुबह 9 बजे बैराज से 3.29 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, वहीं वज़ीराबाद बैराज से भी लगभग 38,900 क्यूसेक पानी निकाला गया. यही कारण है कि आने वाले दो दिन राजधानी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
लोगों से अपील: सतर्क रहें, अफवाहों से बचें
सरकार ने अपील की है कि लोग अफवाहों से दूर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें. निचले इलाकों में रहने वालों को अलर्ट किया गया है. तटबंधों पर गश्त तेज कर दी गई है और पंपिंग स्टेशनों की 24 घंटे निगरानी हो रही है.