Delhi Chunav: ये 10 सीटें खोलती हैं दिल्ली की सत्ता का द्वार, जो जीतेगा वही बनेगा राजधानी का ‘सिकंदर’; क्या है गणित

चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आने वाली 10 विधानसभा सीटों पर इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। इतिहास बदलने के लक्ष्य के साथ उतरी भाजपा के साथ ही कांग्रेस पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी भी पूरा जोर लगा रही है। यहां की मटियामहल व बल्लीमारान मुस्लिम बहुल सीट हैं।

चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आने वालीं 10 विधानसभा सीटों पर इस बार कांटे टक्कर देखने को मिल सकती है। इतिहास बदलने के लक्ष्य के साथ उतरी भाजपा के साथ ही कांग्रेस पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी भी पूरा जोर लगा रही है।

मटियामहल व बल्लीमारान मुस्लिम बहुल सीट

बता दें कि यहां की मटियामहल व बल्लीमारान मुस्लिम बहुल सीट हैं जबकि चांदनी चौक व सदर बाजार ऐसी सीट हैं, जहां मुस्लिम मतदाता प्रभावी रहते हैं। यहां की 10 विधानसभा सीटें आदर्श नगर, शालीमार बाग, शकूर बस्ती, त्रिनगर, वजीरपुर, माडल टाउन, सदर बाजार, चांदनी चौक, मटिया महल और बल्लीमारान बराबर सत्ता के साथ चली हैं।

भाजपा को सत्ता तक पहुंचाया

पूर्व में इन सीटों ने जिस राजनीतिक दल को जनादेश दिया वही दिल्ली की सत्ता में बैठा है। इसने बारी-बारी से आप, कांग्रेस पार्टी व भाजपा को सत्ता तक पहुंचाया है। बीते दो विधानसभा चुनाव में यहां आम आदमी पार्टी की आंधी चली है। सभी 10 सीटों पर विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया। वर्ष 2020 के चुनाव में इन 10 सीटों पर आम आदमी पार्टी को 55.9, भाजपा को 37.7 और कांग्रेस को 4.8 प्रतिशत मत मिले थे।

मौजूदा विधायकों पर ही विश्वास जताया

आम आदमी पार्टी ने चांदनी चौक के मौजूदा विधायक प्रह्लाद सिंह साहनी के पुत्र पुनरदीप साहनी और मटिया महल से मौजूदा विधायक शोएब इकबाल की जगह उनके पुत्र आले इकबाल को टिकट दिया है। जबकि आदर्श नगर में मौजूदा विधायक पवन कुमार शर्मा का टिकट काटकर एमसीडी सदन के नेता मुकेश कुमार गोयल पर दांव लगाया है। बाकी सीटों पर मौजूदा विधायकों पर ही विश्वास जताया है।

सत्ता विरोधी रुझान, डबल इंजन की सरकार और मोदी की गारंटी की बदौलत भाजपा इतिहास बदलने के लिए निर्णायक लड़ाई में 10 में से सात प्रत्याशी बदल दिए हैं। जबकि सत्ता से बाहर होने के बाद पहली बार आप को सीधी चुनौती देने उतरी कांग्रेस ने एक को छोड़कर बाकी नौ प्रत्याशी बदल दिए हैं।

केवल बल्लीमारान से पांच बार विधायक व शीला सरकार में मंत्री रहे हारुन यूसुफ को मैदान में उतारा है। उसमें भी खासकर मुस्लिम बहुल और पुरानी दिल्ली की चार सीटों पर कांग्रेस की मजबूती व सत्तापक्ष के प्रति मुस्लिम समाज में नाराजगी का रुख आप की राहें मुश्किल कर सकता है। उसमें भी बल्लीमारान, चांदनी चौक और सदर बाजार की सीटों पर आप और कांग्रेस की लड़ाई में भाजपा की राह निकल सकती है।

पुरानी दिल्ली में गुल खिला सकती है कांग्रेस व भाजपा

पुरानी दिल्ली की चार सीटों पर जिस हिसाब से कांग्रेस पार्टी ने जोर लगाया है, यहां मुस्लिम समाज का कांग्रेस के प्रति रुझान बढ़ा माना जा रहा है, ऐसे में बल्लीमारान व चांदनी चौक सीटों में परिणाम चकित कर सकते हैं। इसी तरह, सदर बाजार में लोगों की नाराजगी को भुनाने की जुगत में विपक्षी दल लगे हैं।

चांदनी चौक सीट से आप ने मौजूदा विधायक प्रह्लाद सिंह साहनी के पुत्र एवं पार्षद पुनरदीप सिंह साहनी को टिकट दिया है। जबकि, कांग्रेस ने यहां से सांसद रहे एवं पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुदित अग्रवाल को टिकट दिया है। दो राजनीतिक दिग्गजों के पुत्रों के सामने भाजपा ने व्यापारी सतीश जैन पर दांव चला है। कांग्रेस प्रत्याशी जहां पिता की पकड़ के साथ सत्ता विरोधी रुझान की आस लगाए हैं, वहीं भाजपा बदलाव की आस में जीत का समीकरण बैठा रही है।

इसी तरह, मटिया महल से आप ने मौजूदा विधायक के पुत्र व पूर्व उपमहापौर आले इकबाल को मैदान में उतारा है तो उनके पिता शोएब इकबाल के लगातार पांच बार की जीत के रथ को रोकने वाले आसिम अहमद खान पर कांग्रेस पार्टी ने दांव लगाया है।

भाजपा ने पार्षद मनोज जिंदल को दिया टिकट

सदर बाजार से मौजूदा विधायक सोमदत्त पर फिर से आप ने भरोसा जताया है, जिनके सामने शास्त्री नगर वार्ड से मौजूदा पार्षद मनोज जिंदल को भाजपा ने टिकट दिया है तो दिल्ली कांग्रेस पार्टी संचार विभाग के अध्यक्ष अनिल भारद्वाज लड़ाई को त्रिकोणीय बना रहे हैं। बल्लीमारान से विधायक व दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन को चुनौती देने कांग्रेस पार्टी ने लगातार आठवीं बार हारुन यूसुफ को उतारा है भाजपा ने राम नगर से पार्षद कमल बागड़ी के सहारे चुनाव को त्रिकोणीय बनाया है।

आदर्श नगर से आप ने मौजूदा विधायक पवन कुमार शर्मा का टिकट काटकर एमसीडी में कांग्रेस की मजबूत आवाज रहे मुकेश गोयल को चुनावी रण में उतारा है। मुकेश गोयल पिछली बार इसी सीट से कांग्रेस के टिकट से चुनाव हारे थे। उनके सामने भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष राज कुमार भाटिया को उतारा है तो कांग्रेस ने शीला सरकार में मंत्री रहे मंगतराम सिंघल के पुत्र शिवांक सिंघल उतारकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है।

भाजपा को इस बार जीत का भरोसा

शालीमार बाग से लगातार तीन बार जीत दर्ज करने वाली मौजूदा विधायक बंदना कुमारी पर आप ने भरोसा जताया है, जिसके सामने भाजपा ने पार्षद रेखा गुप्ता और कांग्रेस ने नए चेहरे प्रवीण जैन को मैदान में उतारा है। यह सीट वैश्य बाहुल है तो भाजपा को इस बार जीत का भरोसा है। शकूर बस्ती से आप ने केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन तो भाजपा ने मंदिर प्रकोष्ठ के अध्यक्ष करनैल सिंह को टिकट दिया है। करनैल सिंह की मंदिरों व पुजारियों में गहरी पकड़ मानी जाती है।

वहीं, कांग्रेस पार्टी ने पुराने नेता सतीश लुथरा को टिकट थमाया है। सतीश लुथरा भाजपा व आप में भी कुछ समय गुजारकर वापस कांग्रेस में लौटे हैं। त्रिनगर सीट से मौजूदा विधायक प्रीति तोमर पर ही आप ने भरोसा जताया है, जबकि भाजपा ने पूर्व पार्षद तिलक राम गुप्ता को टिकट थमाया है।

कांग्रेस पार्टी ने नए चेहरे सत्येंद्र शर्मा पर दांव लगाया है। वजीरपुर में भी आप ने मौजूदा विधायक राजेश गुप्ता ने यथावत रखा है तो कांग्रेस ने राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक को उतारा है। वहीं, माडल टाउन में मौजूदा विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के मुकाबले भाजपा ने वरिष्ठ नेता व चांदनी चौक लोकसभा चुनाव के प्रभारी रहे अशोक गोयल देवरहा तो कांग्रेस ने पूर्व विधायक रहे कुंवर करण सिंह को मैदान में उतारा है।

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