भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की तादात जिस तेजी के साथ बढ़ रही है उसे देखकर ऐसा कहा जा रहा है कि इसी तरह से मामले बढ़ते रहे तो यहां भी हालात इटली जैसे हो जाएगें। ऐसे में जिस तरह से केंद्र सरकार कोरोना के रोकथाम के प्रयासों में लगी है उससे कुछ हद तक फर्क जरूर पड़ा है। बता दें कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से सार्वजनिक स्थानों पर चबाने वाले तंबाकू के इस्तेमाल और थूकने पर रोक लगाने को कहा है। क्योंकि थूकने से कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशाों के मुख्य सचिव को भेजे पत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से साफ कहा गया है कि, “गैर धूम्ररहित चबाने वाले तंबाकू, पान मसाला और सुपारी से शरीर में लार अधिक बनने लगती है और इससे थूकने की अत्याधिक इच्छा होती है. सार्वजिनक स्थानों पर थूकने से कोविड-19 के प्रसार में तेजी आ सकती है।”
देश में कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा परिषद ने जनता से चबाने वाले तंबाकू के उत्पादों के सेवन से दूर रहने और सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने की अपील की है।
आपको बता दें देश के कई राज्य जैसे बिहार, झारखंड, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, नागालैंड और असम में कोविड-19 महामारी के दौरान पहले ही सार्वजनिक स्थानों पर चबाने वाले तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल और थूकने पर प्रतिबंध लगाया जा चुके है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अबतक 7529 संक्रमित मरीज हो चुके हैं। यानी भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 7 हजार के पार चली गई है। जिस तेजी से कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, उसे देखकर ऐसा लगता है मानों सरकार और प्रशासन की सारी कोशिशे बेकार हैं। बता दे देशभर में 642 लोग कोरोना से हुए ठीक हुए हैं, जबकि 242 लोगों की मौत हो चुकी है।