उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में बर्फीली हवाओं से राहत नहीं मिली और नीचे गिरते पारेने आफत कड़ी क्र रखी है। दिल्ली में 22 वर्षों में सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र से आने वाली तेज और ठंडी हवाओं के साथ-साथ बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट आयी है। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को कंपकंपी जारी रही क्योंकि अधिकतम तापमान मौसम के औसत से 10 डिग्री नीचे 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 1997 में, अधिकतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
बुधवार को भी यही स्थिति बनी रहने की संभावना है और अधिकतम और न्यूनतम तापमान 14 और 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अधिकांश हिस्सों में हालिया बर्फबारी के बाद रात के तापमान में गिरावट जारी रही। हिमपात के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को भूस्खलनों के चलते कई घंटों तक यातायात बाधित रहा।
उन्होंने बताया कि गुलमर्ग के स्की रिजॉर्ट का तापमान शून्य से 11 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि श्रीनगर में तापमान 2 डिग्री सेल्सियस नीचे गिरकर शून्य से 3.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। लद्दाख क्षेत्र में लेह सबसे ठंडा स्थान दर्ज किया गया। यहां तापमान शून्य से 12 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया।
वहीं जम्मू में तापमान में कुछ सुधार हुआ है और यह 7.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया लेकिन यहां बर्फीली हवाओं और बादल घिरे रहने के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के भद्रवाह में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। वहीं रियासी जिले में माता वैष्णी देवी मंदिर की तीर्थयात्रा के आधार शिविर कटरा में तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।