Heart blood clot causes

Blood Clot In Heart: हार्ट में ब्लड क्लॉट क्यों बनते हैं? जानें इनके लक्षण औरकिन बातों का रखें ख्याल

Heart blood clot causes: शरीर में खून का थक्का जमना एक प्रक्रिया होती है जिसमें खून गाढ़ा या ठोस होकर जमने लगता है. जिन लोगों को नसों में झुनझुनाहट, सुन्न होना या दर्द होता है उनमें खून का थक्का जमने की समस्या आती है. अक्सर ये समस्या पैरों की नसों में होती है लेकिन कई कारणों से ये समस्या शरीर के अन्य अंगों में भी हो सकती है. दिल में खून के थक्के जमने से हार्ट फेलियर या हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या हो सकती है.

हालांकि दिल में खून का थक्का बनने की स्थिति बहुत दुर्लभ होती है. बहुत कम लोगों में ये समस्या देखी जाती है. इस स्थिति में हार्ट फेलियर का कारण है – क्लॉट का खून के सामान्य बहाव को रोक देना और दिल तक ऑक्सीजन पहुंचना कम कन देना. यही वजह है कि ब्लड क्लॉट हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकता है. लेकिन सवाल यह है कि आखिर ये क्लॉट बनते क्यों हैं और इसके शुरुआती लक्षण कैसे पहचानें?
खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल

अपोलो अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग में डॉ वरुण बंसल बताते हैं किखराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल ब्लड क्लॉट बनने के सबसे बड़े कारण हैं. ज्यादा तैलीय, जंक फूड और मीठा खाने से खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और नसों की दीवारों पर फैट जमने लगता है. धीरे-धीरे ब्लड फ्लो रुक-रुककर होने लगता है और क्लॉट बनने की संभावना बढ़ जाती है. यही नहीं, स्मोकिंग और शराब का सेवन भी खून को गाढ़ा बना देता है, जिससे खून आसानी से थक्का बना लेता है.

शरीर को एक्टिव न रखना

लंबे समय तक बैठकर काम करना या शरीर को एक्टिव न रखना भी ब्लड सर्कुलेशन को धीमा कर देता है. इस वजह से खून नसों में रुक सकता है और क्लॉट बन सकता है. इसके अलावा शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, हार्मोनल असंतुलन और हार्ट डिज़ीज़ जैसी बीमारियों में भी खून का थक्का बनने का रिस्क ज्यादा होता है. डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी भी खून को गाढ़ा बना देती है और इससे भी क्लॉट बनने की संभावना बढ़ जाती है.

ब्लड क्लॉट होने के लक्षण क्या हैं

डॉ वरुण बताते हैं किहार्ट में ब्लड क्लॉट बनने पर शरीर कई संकेत देता है जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. सबसे आम लक्षण है सीने में दर्द या दबाव. अचानक सीने में जलन, भारीपन या चुभन महसूस होना ब्लड क्लॉट का संकेत हो सकता है. इसके अलावा सांस फूलना, थोड़ी-सी मेहनत पर भी थकान या सांस लेने में दिक्कत होना भी इसका लक्षण है.

दिल में क्लॉट बनने के गंभीर लक्षण

दिल की धड़कन अनियमित हो जाना, बिना काम के थका हुआ महसूस करना और अचानक ठंडा पसीना आना भी हार्ट में क्लॉट बनने के संकेत हो सकते हैं. कई बार मरीज को चक्कर आते हैं या बेहोशी भी हो सकती है, क्योंकि ब्लड क्लॉट से ब्रेन तक खून की सप्लाई कम हो जाती है. अगर क्लॉट पैरों की नसों में है और हार्ट की ओर बढ़ रहा है तो पैरों में दर्द या सूजन भी दिखाई दे सकती है.

अगर इन लक्षणों में से कोई भी बार-बार दिखाई दे तो इसे हल्के में न लें. तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराएं क्योंकि यह हार्ट ब्लड क्लॉट का शुरुआती संकेत हो सकता है. समय पर इलाज से गंभीर स्थिति को रोका जा सकता है. हार्ट में ब्लड क्लॉट बनना कोई मामूली समस्या नहीं है.

किन बातों का रखें ख्याल

असंतुलित खानपान, धूम्रपान, मोटापा और अन्य बीमारियां इसके बड़े कारण हैं. इसके लक्षण समय रहते पहचानना और डॉक्टर की मदद लेना ज़रूरी है. हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, पर्याप्त पानी और तनाव से दूरी ही दिल को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकती है.

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