पटना सीट पर विधानपरिषद की लड़ाई दिलचस्प मोड़ पर आ गयी है, यहाँ एक तरफ हैं बाढ़ के कर्णवीर सिंह यादव उर्फ़ लल्लू मुखिया तो दूसरी तरफ बड़ी बड़ी पार्टियों से भी 2 धुरंधर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। मतदान 4 अप्रैल को सुबह 8:00 बजे से 4:00 बजे शाम तक निकटतम प्रखंड कार्यालय में होगा. कुल 5275 मतदाता छह उम्मीदवारों की दावेदारी को तय करेंगे. यहाँ गौरतलब हो की कर्णवीर सिंह यादव लोकल भी हैं और वोकल भी, पंचायत प्रतिनिधियों का तो यहाँ तक कहना है की जाट पात की राजनीती से दूर कर्णवीर सिंह यादव क्षेत्र में हमेशा उपलब्ध रहते हैं।
कुल छह उम्मीदवार हैं मैदान में
पटना स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के लिए जिला पदाधिकारी पटना निर्वाची पदाधिकारी हैं व सभी अनुमंडल पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र में सहायक निर्वाची पदाधिकारी हैं. विधान परिषद चुनाव के लिए कुल 7 अभ्यर्थियों ने नामांकन किया, जिसमें छह पुरुष व एक महिला हैं. अभ्यर्थिता वापसी की तिथि के बाद चुनाव के लिए अब मात्र छह उम्मीदवार रह गये हैं. इसमें जदयू के बाल्मीकि सिंह, राजद के कार्तिक कुमार, चार निर्दलीय प्रत्याशी हैं.अपने सामजिक कार्यों से पहले ही ख्याति बटोर चुके कर्णवीर सिंह यादव का मुकाबला कोई और प्रत्याशी कर भी पायेगा ऐसा लगता नहीं है, तभी तो राजद व् जेडीयू के धुरंधर नेताओं को अब प्रचार की कमान सौंपी गयी है।
प्रत्याशियों के नाम और दल
जनता दल यूनाइटेड – बाल्मीकि सिंह
राजद – कार्तिक कुमार
निर्दलीय – कर्णवीर सिंह यादव ऊर्फ लल्लू मुखिया
निर्दलीय – धर्मेंद्र सिंह
निर्दलीय – रामशंकर सिंह यादव
निर्दलीय – हरशु प्रसाद सिंह
सभी प्रखंड कार्यालय परिसर में मतदान
पटना स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 23 मतदान केंद्र हैं, जो प्रखंड मुख्यालय में अवस्थित हैं. प्रत्येक प्रखंड परिसर में ही मतदान केंद्र बनाये गये हैं. पटना स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत मतदाताओं की कुल संख्या 5275 है. इसमें मनेर में 311, दानापुर में 282, बिहटा 347, नौबतपुर 305, विक्रम 268, दुल्हिन बाजार 208, पालीगंज 374, मसौढ़ी 292, धनरूआ 319, पुनपुन 198, फुलवारी शरीफ 264, पटना सदर 214, संपतचक 53, फतुहा 245, दनियावां 106, खुसरूपुर 126, बख्तियारपुर 278, अथमलगोला 122, बाढ़ 245, बेलछी 104, पंडारक 250, घोसवारी 118, मोकामा 246 है. अधिकांश प्रखंड
कौन होंगे मतदाता, कैसे होगी वोटों की काउंटिंग
इस चुनाव में मतदाता के रूप में वार्ड मेंबर, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, जिला परिषद सदस्य, नगर निकाय के प्रतिनिधि, विधायक, विधान पार्षद और सांसद हैं. आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय मीठापुर में वज्रगृह तथा मतगणना केंद्र बनाये गये हैं. इसी केंद्र पर सात अप्रैल को मतगणना होगी. मतगणना आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा होनी है. मतगणना प्रक्रिया में मतपत्रों की गणना मिश्रित प्रणाली से होनी है.
इस प्रणाली के अंतर्गत सर्वप्रथम मतदान केंद्र वार मतपत्रों की केवल संख्यात्मक गिनती होगा और मतपत्रों के बंडल को मिश्रित किया जायेगा. इसके बाद मतपत्रों की गणना अभ्यर्थीवार होगी.