राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Bill) के विरोध में 21 दिसंबर को बिहार बंद का आह्वान करते हुए यह आरोप लगाया कि इसने संविधान की पूरी तरह से धज्जियां उड़ा दी हैं। बता दें कि शुक्रवार देर रात लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने इसकी घोषणा की। साथ ही उन्होंने संविधान व न्याय के सिद्धांत में विश्वास रखने वाले सभी राजनीतिक तथा गैर-राजनीतिक संगठनों से बंद में भाग लेने की अपील भी की।
संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले नागरिकता संशोधन बिल(CAB) जैसे काले कानून के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार बंद कि तारीख 22 दिसंबर (रविवार) को निर्धारित की थी, लेकिन बाद में इसे एक दिन पहले कर दिया गया। जिससे कि अगले रविवार को होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा किसी भी तरह से प्रभावित न हो सके।
तेजस्वी ने पहले ट्वीट किया, ‘‘संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले नागरिकता संशोधन विधेयक जैसे काले कानून के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल 22 दिसंबर,रविवार को ‘बिहार बंद’ करेगा। हम सभी संविधान प्रेमी, न्यायप्रिय, धर्मनिरपेक्ष दलों, गैर-राजनीतिक संगठनों और आम जनमानस से अपील करते है कि वे बढ़-चढ़कर इसे सफल बनाने में सहयोग दें।’’
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसके बाद एक और ट्वीट कर बंद की तारीख में सुधार किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सुधार- बिहार बंद 21 दिसंबर, शनिवार को रहेगा क्योंकि 22 दिसंबर को बिहार पुलिस बहाली की परीक्षा है। नौजवानों और परीक्षार्थियों को बिहार बंद के चलते परीक्षा स्थल पर पहुँचने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो इसलिए बिहार बंद अब शनिवार, 21 दिसंबर को रहेगा।’’