Bihar Politics: क्या अप्रैल में ही बिछ जाएगी नवंबर में होने वाली चुनावों की बिसात? राहुल, मोदी के साथ लालू भी दिखाने वाले हैं ताकत

Bihar Politics: बिहार में चुनावों से 8 महीने पहले ही सभी राजनीतिक दल, अपनी पार्टी को बढ़त दिलाने के लिए शतरंज की बिसात बिछाने में लग गए हैं. अप्रैल महीने में ही बिहार में बड़ी घटनाएं होने के आसार दिख रहे हैं.

Bihar Politics: बिहार विधानसभा के इसी साल नवंबर में चुनाव होने वाले हैं जिसको लेकर 8 महीने पहले ही चुनावी बिसात बिछती दिख रही रही है. अप्रैल में जिस तरह से देश की सुप्रीम लीडरशिप बिहार के दौरे पर आ रही है और बिहार की लोकल लीडरशिप में नए समीकरण बन रहे हैं, वह बिहार की नई सियासत की कहानी गढ़ते हुए नजर आ रहे हैं.

दरअसल, अप्रैल में ही राहुल गांधी बिहार के दौरे पर आ रहे हैं तो वहीं अप्रैल में ही पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा लोजपा पशुपति गुट के प्रमुख पशुपति पारस अपनी ताकत दिखाने वाले हैं और यह तय करने वाले हैं कि वह एनडीए के साथ हैं यह महागठबंधन के साथ. इसके बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत की भी एंट्री होने की बातें सामने आ रही हैं तो वहीं पीएम मोदी भी रैली करने वाले हैं. राष्ट्रीय जनता दल भी पूरी ताकत के साथ चुनावी समर में उतरने वाली है और जिस दिन बिहार में पीएम मोदी आ रहे हैं, उसी दिन आरजेडी की बड़ी रैली की तैयारी है.

तीसरी बार बिहार आने वाले हैं राहुल गांधी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 7 अप्रैल को संसद में विपक्ष के नेता और कांग्रेस लीडर राहुल गांधी बिहार आने वाले हैं. इसी दिन वह पटना में संविधान सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं. बिहार, कांग्रेस के लिए कितना खास है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले चार महीनों में राहुल गांधी तीसरी बार बिहार में आ रहे हैं.

पशुपति पारस का क्या रहने वाला है रुख?

इसके बाद 14 और 15 अप्रैल की तारीख बहुत महत्वपूर्ण है. 14 अप्रैल को पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा लोजपा पशुपति गुट के प्रमुख पशुपति पारस बाबा भीमराव आंबेडकर की जयंती पर पटना में बड़ी रैली करने वाले हैं. पशुपति पारस ने यह ऐलान किया है कि वह 14 अप्रैल को एक बड़ी रैली करेंगे जिसमें वह खुलासा करेंगे कि वह एनडीए में शामिल होंगे या महागठबंधन में. बिहार की राजनीति को समझने वाले जानते होंगे कि बिहार के एक खास इलाके में पशुपति पारस क्या ‘खेला’ कर सकते हैं. पशुपति पारस जो भी करेंगे, उसके बाद 15 अप्रैल के बाद सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत की राजनीति में एंट्री होने वाली है और वह जेडीयू ज्वॉइन कर सकते हैं. ऐसे में 15 तारीख बिहार के लिए एक टर्निंग प्वाइंट भी साबित हो सकती है.

पीएम मोदी और लालू यादव की एक ही दिन हो सकती है दहाड़

और जब अप्रैल महीना खत्म होने वाला होगा तो 24 अप्रैल को बड़ा धमाका हो सकता है. 24 अप्रैल को पीएम मोदी, बिहार में आ सकते हैं और बिहारियों को कई योजनाओं की सौगात दे सकते हैं. इससे पहले पीएम मोदी फरवरी में भी बिहार के भागलपुर में आ चुके हैं. वहीं, यह तारीख बिहार में मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल के लिए भी काफी मायने रखती है. इस दिन लालू यादव के नेतृत्व में आरजेडी बड़ी रैली की तैयारी कर रहा है जिसके लिए जिला स्तर पर पूरी तैयारी की जा रही है.

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