Bhai Dooj Pooja thali: भाई दूज पर पूजा की थाली का विशेष महत्व होता है क्योंकि यह भाई-बहन के प्रेम, सुरक्षा और समृद्धि की भावना का प्रतीक होती है. थाली में रखी हर वस्तु का अपना धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व होता है. आइए जानें कि भाई दूज की पूजा थाली में क्या-क्या रखना चाहिए और उनका क्या अर्थ होता है.
भाई दूज की पूजा थाली में रखें ये चीजें और जानें उनका महत्व:
- रोली और अक्षत (चावल)
महत्व: तिलक के लिए सबसे जरूरी सामग्री.
धार्मिक अर्थ: रोली (कुमकुम) शुभता और मंगल का प्रतीक है, जबकि अक्षत (चावल) पूर्णता और समर्पण का संकेत देते हैं. - दीया (घी या तेल का)
महत्व: आरती के लिए जलाया जाता है.
धार्मिक अर्थ: यह प्रकाश, ऊर्जा और भाई के जीवन में सकारात्मकता का प्रतीक है. - कलावा (मौली)
महत्व: भाई की कलाई पर बांधा जाता है.
धार्मिक अर्थ: यह रक्षा सूत्र होता है, जो भाई की सुरक्षा और दीर्घायु का प्रतीक है. - फूल (गेंदे या गुलाब)
महत्व: पूजा में चढ़ाए जाते हैं.
धार्मिक अर्थ: फूल पवित्रता और प्रेम का प्रतीक होते हैं. - पान का पत्ता और सुपारी
महत्व: पारंपरिक पूजा सामग्री.
धार्मिक अर्थ: पान और सुपारी अतिथि सत्कार और शुभता का प्रतीक हैं. - मिठाई
महत्व: तिलक के बाद भाई को खिलाई जाती है.
धार्मिक अर्थ: मिठाई रिश्ते में मिठास और प्रेम का प्रतीक होती है. पेड़ा, लड्डू या गुड़ से बनी मिठाई शुभ मानी जाती है. - नारियल
महत्व: पूजा के बाद भाई को भेंट किया जाता है.
धार्मिक अर्थ: नारियल को श्रीफल कहा जाता है, जो समृद्धि और शुभता का प्रतीक है. - गंगाजल
महत्व: शुद्धिकरण के लिए प्रयोग होता है.
धार्मिक अर्थ: गंगाजल से पवित्रता आती है और वातावरण शुद्ध होता है. - चांदी का सिक्का (वैकल्पिक)
महत्व: कुछ परिवारों में इसे थाली में रखा जाता है.
धार्मिक अर्थ: यह धन-वैभव और लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है.
थाली सजाने का तरीका:
थाली को पहले साफ करें और उस पर हल्दी-कुमकुम से स्वस्तिक या अन्य शुभ चिन्ह बनाएं.
बीच में दीया रखें और चारों ओर बाकी सामग्री को सुंदरता से सजाएं.
चाहें तो फूलों या रंगीन रिबन से थाली को और आकर्षक बना सकते हैं.
इस तरह सजी हुई थाली से जब बहन अपने भाई को तिलक करती है, तो वह न केवल एक रस्म निभाती है, बल्कि उसके जीवन में सुख, समृद्धि और सुरक्षा की कामना भी करती है.

