Bhai Dooj 2025 Date: दीप और खुशियों के महापर्व दिवाली के बाद भाई दूज (Bhai Dooj) का पर्व मनाया जाता है. यह पर्व भाई बहन के पवित्र प्रेम का अटूट रिश्ते को दर्शाता है. इस बार तिथियों में हेर-फेर के कारण दीपावली के साथ भाई दूज की तारीख को लेकर भी कन्फ्यूजन की स्तिथि बनी हुई है. आमतौर पर दिवाली के दूसरे दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाता है, लेकिन इस बार यह पर्व दूसरे नहीं बल्कि तीसरे दिन मनाया जाएगा.
वैदिक हिन्दू पंचांग के अनुसार,हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है. इस बार कार्तिक द्वितीया तिथि की शुरुआत 22 अक्टूबर को रात 8 बजकर 16 मिनट पर हो रहा है जो अगले दिन 23 अक्टूबर को रात 10 बजकर 44 मिनट तक रहेगा. ऐसे में भाई दूज का महापर्व उदयातिथि के अनुसार, 23 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा.
दीपावली के तीसरे दिन भाई दूज का पर्व
बीएचयू के ज्योतिष डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पण्डित सुभाष पांडेय ने बताया कि दिपावली के अगले दिन अन्नकूट और दूसरे दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाता है, लेकिन इस बार दीपावली 20 अक्टूबर और भाई दूज 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
कथा सुनकर करती हैं भाई का तिलक
इस दिन बहनें गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाती हैं और वहीं कथा सुनकर भाई के लम्बी आयु की कामना लिए पूजा करती हैं. फिर भाइयों का तिलक करके बहनें उनकी आरती उतारती हैं.
यमराज से जुड़ी है कथा
धार्मिक कथाओं के अनुसार, इस दिन ही यमराज अपने बहन यमुना के घर गए थे. उनकी बहन यमुना ने उनका खूब सत्कार किया और उनके माथे पर तिलक भी लगाया. उनके स्वागत सत्कार से प्रसन्न होकर यमराज ने अपनी बहन को वरदान दिया कि जो भी कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को इस कथा को सुनेगा और उनकी पूजा करेगा. उनके भाई दीर्घायु होंगे और उन्हें अकाल मृत्यु का भय भी नहीं रहेगा.

