बेंगलुरु में Social Media पोस्ट को लेकर हिंसा भड़क गई है। इस दौरान हालात को काबू करने के लिए पुलिस को फायरिंग भी करनी पड़ी, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई। वहीं, एक अन्य शख्स को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अचानक भड़की हिंसा में 60 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। वहीं, मामले में पुलिस ने अबतक 145 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालात को देखते हुए इलाके में CRPF और CISF की कुछ कंपनियों को भी तैनात किया गया है। कर्नाटक के CM येदियुरप्पा ने घटना के पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।
बेंगलुरु हिंसा पर कर्नाटक के मंत्री सीटी रवि ने कहा कि दंगे की योजना बनाई गई थी। संपत्ति के विनाश में पेट्रोल बम और पत्थरों का इस्तेमाल किया गया। 300 से अधिक वाहन जल गए। हमारे पास संदिग्ध हैं, लेकिन जांच के बाद ही पुष्टि हो सकती है। हम उत्तर प्रदेश की तरह दंगाइयों से संपत्ति की वसूली करेंगे।
बेंगलुरु के डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस थाना इलाके में देर रात ये हिंसा हुई,जिसके बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही बेंगलुरु में धारा 144 लगाई गई है। सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट शेयर करने के आरोपी नवीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। RAF, CRPF और CISF की कुछ कंपनियों को भी तैनात किया गया है।
बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर कमलकांत ने बताया कि फेसबुक पोस्ट के बाद लोग उस इलाके में इकट्ठा हो गए। हमारे ऑफिसर ने उन्हें हालात समझाने की कोशिश की। वो तत्काल गिरफ्तारी और अपने लिए सुरक्षा की मांग कर रहे थे। जब उन्हें समझाया गया कि ये इस तरह से नहीं हो सकता तो वो गुस्सा हो गए और पत्थरबाजी करने लगे। इस दौरान वाहनों में आग लगा दी गई और उन्हें क्षतिग्रस्त किया गया। एक ग्रुप बेसमेंट में गया और वहां करीब 200-250 वाहनों में आग लगा दी।
बेंगलुरु हिंसा की की निंदा करते हुए कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा कि हमारी पार्टी इस घटना की कड़ी निंदा करती है। मैंने आज हमारे विधायकों की बैठक बुलाई है। मैंने हमारे नेता सिद्धारमैया से बात की है, हम शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए सरकार को पूरा समर्थन देंगे।
उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ आदेश जारी किए गए हैं और स्थिति पर काबू पाने के लिए सरकार ने सभी संभव कदम उठाए हैं। पत्रकारों, पुलिस, जनता पर हमला अस्वीकार्य है। सरकार ऐसे उकसावों और अफवाहों को बर्दाश्त नहीं करेगी। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मंगलवार रात दंगा भड़कने के बाद कुछ मुस्लिम युवाओं ने डीजे पुलिस स्टेशन के इलाके में एक मंदिर के आसपास मानव श्रृंखला श्रंखला बनाकर दंगाइयों से उसका बचाव किया।
इतने पर ही लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ और उन्होंने डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस थाना इलाके में जोरदार प्रदर्शन किया। बताया जा रहा कि इसी दौरान हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की, आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। इसी बीच अचानक हिंसा भड़क उठी, जिसमें पुलिसकर्मियों को भी निशाना बनाया गया।
जानिए क्यों भड़की हिंसा
पूरा हंगामा एक भड़काऊ Social Media पोस्ट की वजह से हुआ। दरअसल, बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर कथित भड़काऊ पोस्ट किया था। हालांकि, बाद ये पोस्ट डिलीट भी कर दी गई। बावजूद इसके कथित भड़काऊ पोस्ट को लेकर बड़ी संख्या उपद्रवियों ने विधायक श्रीनिवास मूर्ति के बेंगलुरु स्थित आवास पर हमला कर दिया और जमकर तोड़फोड़ की। इस दौरान आगजनी भी की गई। भीड़ ने पुलिस पर भी पथराव किया। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने फायरिंग की, जिसके बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया।