आज देश में आपातकाल की बरसी पर गृहमंत्री Amit Shah ने Congress पर हमला बोलते हुए कहा कि 45 साल पहले आज के दिन सत्ता के लिए एक परिवार के लालच ने आपातकाल लागू कर दिया। रातों रात राष्ट्र को जेल में बदल दिया गया। प्रेस, अदालतें, मुफ्त भाषण सब खत्म हो गए। गरीबों और दलितों पर अत्याचार किए गए।
गौरतलब है कि आज से 45 साल पहले देश में आपातकाल घोषित कर दिया गया था, जिसे भारतीय राजनीति के इतिहास का काला अध्याय भी कहा जाता है। 25 जून 1975 की आधी रात को आपातकाल की घोषणा की गई, जो 21 मार्च 1977 तक लगी रही। उस दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री Indira Gandhi के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन देश में आपातकाल की घोषणा की थी।
इस समय आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए थे। इसे आजाद भारत का सबसे विवादास्पद दौर भी माना जाता है। वहीं अगले सुबह यानी 26 जून को समूचे देश ने रेडियो पर Indira Gandhi की आवाज में आपातकाल की घोषणा के बारे में सुना। आपातकाल के पीछे कई वजहें बताई जाती है, जिसमें सबसे अहम है 12 जून 1975 को इलाहबाद हाईकोर्ट की ओर से Indira Gandhi के खिलाफ दिया गया फैसला।