अक्षय तृतीया की पूजा विधि विधान से करनी चाहिए तभी इसका पूर्ण लाभ मिलता है। Akshaya Tritiya वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस दिन रविवार को यह तिथि पड़ रही है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
इस बार की अक्षय तृतीया पर कई राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार Akshaya Tritiya पर 6 राजयोग का निर्माण हो रहा है। Akshaya Tritiya पर रोहिणी नक्षत्र के साथ अबूझ मुहूर्त पड़ रहा है जो बेहद शुभ माना जा रहा है। जिन लोगों के जीवन में धन संबंधी दिक्कत बनी हुई है इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से लाभ मिलता है।
अक्षय तृतीया का मुहूर्त
 25 अप्रैल 2020: तृतीया तिथि प्रारंभ- समय 11:50 बजे
 26 अप्रैल 2020: तृतीया तिथि समापन- समय 13:21 बजे
 पूजा विधि
 Akshaya Tritiya के दिन आभूषणों को शुद्ध करें और एक लाल कपड़े में सावधानी से रखने के बाद केसर, कुमकुम और पुष्प से पूजन करें।
मंत्र
 पूजन के दौरान महालक्ष्मी मंत्र का जाप करना चाहिए।
 ऊं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्मयै नम:
लक्ष्मी जी की आरती
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन * सेवत हरि विष्णु विधाता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता
 सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता
 जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता
 कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता
 सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता
 खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता
 रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता
 उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
 तुमको निशदिन सेवत,
 मैया जी को निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता
 ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता

