कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। कानून में संशोधन के प्रस्ताव को Farmers ने खारिज कर दिया, जिसके साथ ही आंदोलन को और बड़ा करने का एलान कर दिया। किसानों कृषि कानून को वापस लेने पर अड़े हुए हैं। Farmers ने दिल्ली- जयपुर और दिल्ली आगरा हाईवे को ब्लॉक करने का एलान किया है। वहीं 12 दिसंबर को टोल फ्री करेंगे। इतना ही नहीं 14 दिसंबर को पूरे देश में जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
कानून को खारिज करने की मांग
कृषि कानून को लेकर विपक्ष भी सरकार की घेराबंदी कर रहा है। कल विपक्ष के 5 नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात की, जिसमें कानून को खारिज करने मांग की गई। राहुल गांधी, सीताराम येचुरी और शरद पवार इस मुलाकात में शामिल हुए। मीटिंग के बाद नेताओं ने सरकार पर जमकर हमला किया। Rahul Gandhi ने मोदी सरकार को किसान विरोधी बताया।
प्रस्ताव खारिज होने के बाद मीटिंग का दौर जारी
किसानों के प्रस्ताव खारिज करने के बाद मीटिंग का दौर जारी है। गृह मंत्री Amit Shah और कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के बीच मामले को लेकर करीब ढाई घंटे की मीटिंग चली। बैठक में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे। मीटिंग में आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हुई। BJP ने कृषि कानून में संशोधन को लेकर Farmers को प्रस्ताव भेजा था, जिसमें 5 मुख्य बातों में बदलाव की बात कही गई थी। सरकार ने MSP जारी रखने, APMC को मजबूत करने, प्राइवेट कंपनियों के रजिस्ट्रेशन की बात कही, जिस पर Farmers संगठनों की बैठक हुई, जिसके बाद किसानों ने प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
किसानों ने लिए हैं 6 अहम फैसले
सरकार के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद किसानों ने 6 अहम फैसले लिए हैं। किसानों का पहला फैसला ये है कि जब तक तीनों कानून रद्द नहीं होते, आंदोलन नहीं रुकेगा। दूसरा फैसला ये है कि 14 दिसंबर को बड़ा आंदोलन होगा, पूरे देश में धरना देंगे। जिला जिला धरना दिया जाएगा। तीसरा फैसला ये है कि 12 दिसंबर तक जयपुर-दिल्ली हाईवे पूरी तरह बंद करेंगे।
चौथा फैसला ये है कि नए कानूनों के खिलाफ देश भर में रोज़ प्रदर्शन जारी रहेंगे। 5वां फैसला है कि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को दिल्ली कूच करने को कहा गया है और छठा फैसला ये है कि BJP के विधायक, सांसद और मंत्रियों का घेराव करेंगे, बहिष्कार करेंगे।
बड़ा होगा किसान आंदोलन
सरकार और किसानों के बीच जंग और तेज हो गई है। केंद्र के प्रस्ताव को Farmers ने एक सिरे से खारिज कर दिया है। किसानों ने नया कानून वापस लिए जाने तक आंदोलन को और तेज करने का एलान कर दिया है। Farmers अब दिल्ली को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। 12 दिसंबर को दिल्ली -जयपुर हाईवे पर चक्का जाम करेंगे। 14 दिसंबर को देशभर में धरना प्रदर्शन करेंगे। इस पर भी अगर सरकार नहीं सुनी तो किसान, BJP के मंत्रियों और नेताओं के घेराव करेंगे।