Afghan Students in India

भारत में पढ़ रहे Afghanistan विद्यार्थियों को अपने देश में बिगड़े हालात से अपनों की चिंता,मोदी सरकार से लगाई गुहार

अफगानिस्तान में बदले हालात के बाद हिंदुस्तान में पढ़ रहे अफगानी Students परेशान हैं। अलग-अलग राज्यों में पढ़ने वाले इन Students को सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सता रही है कि वीजा अवधि समाप्त होने पर उनको यहां से अपने देश जाना पड़ा तो मुसीबत आ जाएगी। हालांकि, भारत सरकार ने देश में रह रहे सभी विदेशी नागरिकों के लिए सभी तरह के वीजा की अवधि 31 अगस्त तक बढ़ा दी है, इसीलिए इन Students को भी वीजा की चिंता नहीं करनी चाहिए।

अलबत्ता, Afghanistan में रह रहे अपने स्वजन को लेकर भी चिंतित हैं। उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि उनके स्वजन को अफगानिस्तान से निकालने में मदद की जाए। ये विद्यार्थी आर्थिक संकट का भी सामना कर रहे हैं। हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान (एनआइटी), कुरुक्षेत्र में करीब एक दर्जन अफगानी Students पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से कुछ की आगामी 31 अगस्त को वीजा अवधि पूरी हो जाएगी।

आर्थिक संकट से भी जूझ रहे इन Students को अब खुद के यहां रहने और Afghanistan में रहे रहे स्वजन को लेकर चिंता सता रही है। वे पल-पल अपनों के बारे में पूछ रहे हैं और उनसे तालिबान के कब्जे के बारे में ताजा जानकारी लेने के साथ उनका हाल-चाल भी जान रहे हैं। विवि प्रशासन ने Afghanistan के ताजा हालात को देखते हुए हास्टल की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

गुजरात में BJP सांसद सीआर पाटिल से मुलाकात कर अफगानी विद्यार्थियों ने मदद की गुहार लगाई है। गौरतलब है कि सूरत के वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय तथा वडोदरा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय में करीब एक दर्जन अफगानी विद्यार्थी पढ़ते हैं। इनमें से 2 छात्राओं ने भारत सरकार से उनकी वीजा अवधि बढ़ाने तथा अफगानिस्तान में फंसे अपने स्वजन को भारत लाने की गुहार लगाई है।

संकट के बीच छात्रवृत्ति भी रुकी

संकट के बीच पंजाब में अफगानी Students की छात्रवृत्ति भी रुक गई है। गौरतलब है कि प्रत्येक अफगानी विद्यार्थी को इंडियन काउंसिल फार कल्चर रिलेशन (आइसीसीआर) की तरफ से छात्रवृत्ति के रूप में 23 हजार रुपये मासिक मिलते हैं। ऐसे में जदी और बशीर मलिक सहित सैकड़ों अफगानी युवाओं के सामने अब आर्थिक संकट है।

चंडीगढ़ में रहकर पढ़ाई कर रहे अफगानी Students का कहना है कि Afghanistan में सब कुछ ठप-सा हो गया है। उनका परिवार किस हाल में होगा उन्हें इसी की चिंता सता रही है। इतना ही नहीं अब वे अपने भविष्य को लेकर भी चिंतित हैं। उल्लेखनीय है कि तीन सौ से ज्यादा अफगानी Students पंजाब यूनिवर्सिटी और पंजाब के विभिन्न सरकारी व प्राइवेट कालेजों में पढ़ाई कर रहे हैं।

कोरोना संकट के कारण कालेज हॉस्टल बंद होने की वजह से इन विद्यार्थियों को किराये पर कमरा लेकर बाहर रहना पड़ रहा है। चंडीगढ़ में रहने वाले कई अफगानी Students की वीजा अवधि सितंबर में खत्म होने वाली है, लेकिन कालेज प्रशासन ने खुद पहल करते हुए वीजा अवधि बढ़ाने के लिए काम शुरू कर दिया है।

केंद्र ने दी वीजा में राहत

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश में रह रहे सभी विदेशी नागरिकों के लिए सभी तरह के वीजा की अवधि 31 अगस्त तक बढ़ा दी थी। इसीलिए Afghanistan से आने वाले Students को इस समय तक वीजा की चिंता नहीं करनी चाहिए। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 31 अगस्त के बाद यदि किसी अफगानी विद्यार्थी के वीजा की अवधि समाप्त हो जाती है तो वह विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) में जाकर अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकता है। एफआरआरओ प्रत्येक विद्यार्थी के आवेदन के आधार पर वीजा अवधि बढ़ाने का फैसला लेगा।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लोकसंपर्क विभाग के उप निदेशकदीपक राय बब्बर ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कैंपस में सभी Students सुरक्षित हैं और उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं है। विद्यार्थियों से लगातार संपर्क साधा जा रहा है। वीजा का विषय एंबेसी का है। उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार फैसले लिए जाएंगे।

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