ओडिशा ने बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे (Odisha train accident) में 261 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 900 से ज्यादा लोगों घायल हैं। बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच हुई टक्कर को देश में इस दशक का सबसे घातक ट्रेन हादसा बताया जा रहा है।
इस हादसे में एक परिवार के कई सदस्यों की जान चली गई। इस भयानक हादसे में कई माता-पिता ने अपना चिराग खो दिया।
अदाणी ग्रुप ने ली बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी
इस दुर्घटना में कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है। सरकार द्वारा वर्तमान में पीडि़त परिवारों को वित्तीय और नैतिक सहायता देने के लिए आगे आने के साथ उद्योगपति गौतम अदाणी ने घोषणा की है कि अदाणी समूह उन बच्चों की स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी लेगा, जिन्होंने ओडिशा ट्रेन दुर्घटना में प्रभावित हुए हैं।
रविवार को एक ट्वीट के माध्यम से अदाणी ने कहा कि ओडिशा ट्रेन हादसे से हम सभी बेहद दुखी हैं। हमने तय किया है कि इस हादसे में अपने माता-पिता को खोने वाले मासूमों की स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी अदाणी समूह उठाएगा। पीडि़तों और उनके परिवारों को शक्ति प्रदान करना और बच्चों को बेहतर कल देना हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है।
सरकार के द्वारा परिजनों को मिलेगी आर्थिक मदद
बता दें कि पीएमओ ने एलान किया है कि ट्रेन हादसे के मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए दिए जाएंगे। वहीं, घायलों को 50-50 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा रेल मंत्रालय की ओर से मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी।