भोलेनाथ की नगरी काशी से बीते रविवार को पीएम मोदी ने काशी महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। जो वाराणसी से चलकर इंदौर तक की दूरी तय करेगी। ऐसे में महाकाल एक्सप्रेस में यात्रा करते हुए यात्रियों को आध्यात्मिक अहसास भी होगा, क्योंकि काशी महाकाल एक्सप्रेस के की बोगी नंबर बी-5 में सीट नंबर 64 भगवान शिव के लिए आरक्षित किया गया है और इस सीट को मंदिर को रूप दिया गया है। ये एक्सप्रेस दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा करेगी.इस ट्रेन की शुरूआत ही धार्मिक यात्रा को ध्यान में रखकर किया गया है। इस ट्रेन में भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया जाएगा। खबर है कि शुरुआत के दिनों में एक मंडली जाएगी, जो भजन-कीर्तन गाएगी. इसके बाद 20 फरवरी को भी एक मंडली का आयोजन किया जाएगा।
ट्रेन में मंदिर को लेकर अब राजनीति भी तेज है गई है आपको बता दें इस मुद्दे पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर कड़ी आपत्ती जताई है। इस मुद्दे पर हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने PMO को टैग करते हुए भारत के संविधान की प्रस्तावना को ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में बिना कुछ लिखे ही ओवैसी ने अपनी बात कही है।