देश को आजादी मिलने के बाद उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार को जोड़ने के लिए बेगूसराय में राजेंद्र सेतू का निर्माण किया गया था। बेगूसराय जिले के सिमरिया और पटना जिले के हाथीदह के बीच स्थित यह राजेंद्र सेतु बिल्कुल खराब हालत में हो गया है। पुल की जर्जर स्थिति एवं परिचालन बंद होने की बात सामने आने के बाद स्थानीय लोगों एवं ट्रांसपोर्टरों और व्यवसायियों में हड़कंप मचा हुआ है।
वैसे इस पूल के निर्माण के शुरुवात से ही निर्माण कार्य में लापरवाही बरते जाने की शिकायतें आती रही हैं। जल्द ही कुछ दिनों में जर्जर हो चुके इस पुल पर कई बार सड़क मार्ग से गाड़ियों के परिचालन को रोका गया और पुल को बनवाने के नाम पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च की गई। लेकिन बनवाने के बाद करीब 6 महीने के भीतर ही दोबारा पुल जीर्ण शीर्ण हो गया और अब एकबार फिर से गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगाने की बात होने लगी ।