मोदी सरकार ने हज यात्रियों को दिया तोहफा

हज यात्रा पर जाने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अब हज यात्रा पर जाने के दौरान छोटी से छोटी जानकारी के लिए उन्हें इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर मक्का-मदीना तक की सारी जानकारी अब आप आसानी से मोबाइल पा लेंगे।

यह सब PM मोदी के डिजिटल इंडिया की वजह से संभव हो पाया है। PM नरेन्द्र मोदी की ओर से शुरु की गईं ई-मसीहा, हज मोबाइल ऐप और हज पोर्टल सर्विस। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का दावा है कि हज यात्रा को सौ प्रतिशत डिजिटल से जोड़ने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है।

जब आप घर से निकलते हैं तब से आपकी हज यात्रा शुरू हो जाती है। हज 2020 के लिए जैसे ही यात्री अपने घर से निकलेगा तो उसके मोबाइल पर सबसे पहले यह जानकारी आ जाएगी कि दिल्ली एयरपोर्ट से उसकी फ्लाइट कितने बजे कौन से टर्मिनल से है। इसके साथ ही ई-लगेज टैगिंग सुविधा मिलेगी। मक्का एयरपोर्ट पर उतरने के बाद कौन से नंबर की बस किस जगह मिलेगी। बिल्डिंग का नाम और कमरा नंबर क्या होगा। कब और कितने बजे हज की किस रस्म को पूरा करने के लिए कहा जाना है, यह जानकारी भी मोबाइल के जरिए आपको मिल जाएगी। इसके लिए मक्का में यात्रियों को मिलने वाली सिम को एक ऐप से जोड़ा जाएगा।

मुम्बई हज हाउस में बना 100 टेलीफोन लाइन का केंद्र

सभी हाईटेक सुविधाएं मक्का-मदीना में भी हज यात्रियों को मिलती रहें, इसके लिए सऊदी अरब की सरकार के साथ भी बातचीत की गई है। एक दिसंबर 2019 को मक्का में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री, मुख्तार अब्बास नकवी ने सऊदी अरब के हज मंत्री डॉ। मुहम्मद सालेह बिन ताहेर बेन्तेन के साथ भारत-सऊदी अरब के बीच हज 2020 के सम्बन्ध में द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इसी तरह से भारत में भी रवाना होने से पहले हज यात्रियों को सुविधा लेने में किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए 100 टेलीफोन लाइन का एक सूचना केंद्र शुरु किया गया है। यह पहला मौका होगा जब हज हाउस में इस तरह की सुविधा दी गई है।

मक्का-मदीना में ई-मसीहा से अब होगा इलाज

पहले जब हज यात्री यात्रा पर जाते थे उससे पहले उन्हें हेल्थ कार्ड दिया जाता है,लेकिन मक्का-मदीना में हज यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए ई-मसीहा नाम से भी ऑनलाइन सुविधा शुरु की गई है। इस योजना के तहत हज यात्रियों की सेहत से जुड़ी सभी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगी। किसी भी आपात स्थिति में फौरन किसी हज यात्री को मेडिकल सेवा उपलब्ध कराई जा सकेगी। वहीं दूसरी ओर जब भी हज यात्री को मेडिकल सुविधा की जरूरत होगी तो वह ऑनलाइन डिमांड कर सकता है।

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