पूरे देश में इस वक्त एक ही बात की जबरदस्त चर्चा है, और वो है चालान…. ट्रैफिक पुलिस वालों का क्या, नियम कानून बताकर काट दिया चालान, और आम जनता बेचारी…अब मन हो चाहे ना हो, भई भरना तो पड़ेगा ही।
तो इसी बीच उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक गजब घटना घटी, यहां पुलिस को बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर का चालान काटना भारी पड़ गया, अब आप पूछेगें कैसे, तो जनाब ऐसे की चालान कटने से गुस्साए जेई ने एक थाने और एक चौकी की बिजली काट दी, जिसकी वजह से पुलिस वालों को घंटो बिना बिजली के ही काम करना पड़ा, गर्मी से बेहाल पुलिस वालों ने किसी तरह बिना बिजली के वक्त गुजारा। अब इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे लोग चटखारे लेकर देख रहे हैं, फिर शेयर भी कर रहे हैं।
तस्वीर में देखिए अंधेरे में डूबी ये जगह मेरठ का मेडिकल थाना है, हालांकि वजह तो बताई जा रही है कि थाने का बिजली का बिल अभी बाकी है, मगर असली माजरा ये है कि थाने की बिजली तब कटी जब पुलिस ने जेई साहब का चालान काटा।
बताया जा रहा है कि जेई सोम प्रकाश गर्ग अपनी बाइक से जा रहे थे, तभी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और गाड़ी के कागज दिखाने के कहा, वैसे तो सोम प्रकाश के सभी कागज पूरे थे, बस पॉल्यूशन सर्टिफिकेट नहीं था, और यहां नियमों का हवाला देते हुए ट्रैफिक पुलिस ने चालान काट दिया। जेई जी ने बहुत कोशिश की बिजली विभाग और अपनी पोस्ट की दुहाई भी दी मगर इससे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों और उनके काटे गये चालान पर कोई असर नहीं पड़ा।
अब चालान कटा तो जेई साहब का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा, वो हिंदी फिल्म का कौन सा गाना है, “काटकर मेरा चालान मेरा इंतकाम देखेगा”, टाईप्स। बस जैसे ही जेई अपने दफ्तर पहुंचे, उसके बाद थाना मेडिकल और चौकी तेजगढ़ी अंधेरे में डूब गये। एक दो नहीं बल्की पूरे 4 घंटे बत्ती गुल, थाने का इनवर्टर भी बोल गया, तब आला अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और कनेक्शन जोड़ा गया।
वैसे गेंद ना बिजली विभाग के खाते में ही थी क्योंकि असली में थाने पर 1,67,000 का बिल बकाया है, हालांकि बिजली विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सोनू रस्तोगी ने कहा कि बदले की भावना से बिजली नहीं काटी गई है, ये महज एक इत्तेफाक है….मगर ऐसा इत्तेफाक जिसमें सबको पता है कि बिजली विभाग और पुलिस डिपार्टमेंट के बीच तलवारें खिंच गई हैं, और भई ये सब देखकर तो हमें एक ही बात कहेगें कि ई-गजबे है।