आज जब हर इंसान कोरोना महामारी से त्रस्त होकर अवसाद का शिकार हो रहे हैं, वहीँ समाज में कुछ कोरोना योद्धा सही मायनों में इंसानियत को जिन्दा रखे हुए हैं और अपने सामर्थ्य के हिसाब से सभी का मनोबल ऊँचा करने में जी जान से लगे हैं। ऐसा ही एक मामला है बाराबंकी का जहाँ RPS कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के चेयरपर्सन माननीय आर पी सिंह जी ने कॉलेज के लिए अधिगृहित जमीन के बदले न केवल मुआवजे की राशि और जमीन ही दी बल्कि किसानों को अपनी आजीविका बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए ट्रैक्टर भी दिया।

हमारे संवाददाता ने जब उनसे बात की तो, बड़ी सादगी से उन्होने किसी भी तरह के प्रचार करने से हमें मना किया और कहा की मैं खुद भी इसी जमीन से जुड़ा हूँ, और इस जमीन से ही इतना बड़ा हो पाया हूँ अगर आज इस विषम परिस्तिथि में अपनों के लिए कुछ नहीं कर पाया तो ऐसे नाम और शोहरत का क्या करूँगा।
आगे उन्होनें कॉलेज के बारे में बताया की इस कॉलेज का मुख्य उदेश्य है लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में अच्छे फार्मेसी कॉलेज की कमी काफी लम्बे समय से महसूस की जा रही थी, इस कॉलेज के खुलने से यहाँ के सभी फार्मेसी पाठ्यक्रम से जुड़ने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए घर के पास, घर जैसे माहौल में अध्ययन करना एक सुखद अनुभव होगा। यहाँ अध्ययन करने हेतु पूरे भारतवर्ष से बेहतरीन अध्यापकों का पैनल है, जो न केवल पाठ्यक्रम को पूरा करवाता है अपितु व्यक्तित्व को भी निखारता है। यहाँ प्रैक्टिकल के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल होता है और साथ ही साथ सुरक्षा मानकों का भी ध्यान रखा जाता है। दूर से शिक्षा ग्रहण करने आने वाले छात्रों के लिए बस की भी सुविधा उपलब्ध कराई गयी है।
पूरे लखनऊ में इस कॉलेज की लोकेशन हरी भरी, स्वच्छ और बहुत ही रमणीय है, आर पी सिंह जी इसके लिए उन सभी लोगों का हार्दिक धन्यवाद देते हैं जिन्होंने अपनी जमीन, श्रम और आशीर्वाद दिया।

Chairperson
RPS Group
नए सत्र में छात्रों का आना अब कोरोना के प्रकोप के कम होने और सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स पर निर्भर करेगा। हालाँकि यहाँ एडमिशन का प्रोसेस शुरू हो चूका है।और पुराने सत्र के छात्रों की पढाई ऑनलाइन के माध्यम से पूरा कराई जा रही है।