Kumbh Mela Route Map: टिमटिमाते तारों के नीचे कुंभ नगरी प्रयागराज में संगम किनारे आसमान से देखिए तो तारों का शहर बहुत खूबसूरत लगता है. लगता है जैसे किसी ने सारे तारे लाकर त्रिवेणी के किनारे टांक दिए हैं. यहां 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं. अब देश के लाखों करोड़ों लोगों को ये समझना है कि क्या अगले 15 दिन के भीतर कुंभ जाना सरल होगा? अभी कुंभ जाना है तो किन मार्गों से होकर जाया जाए? ऐसे तमाम सवाल सभी के मन में है. आइए जानते हैं रास्तों का पूरा रूट मैप…
प्रयागराजः टिमटिमाते तारों के नीचे कुंभ नगरी प्रयागराज में संगम किनारे आसमान से देखिए तो तारों का शहर बहुत खूबसूरत लगता है. लगता है जैसे किसी ने सारे तारे लाकर त्रिवेणी के किनारे टांक दिए हैं. यहां 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं. अब देश के लाखों करोड़ों लोगों को ये समझना है कि क्या अगले 15 दिन के भीतर कुंभ जाना सरल होगा? क्या 26 फरवरी तक चलने वाले कुंभ में जाना आसान है? क्या 12 फरवरी की माघ पूर्णिमा के बाद कुंभ जाना चाहिए? अभी कुंभ जाना है तो किन मार्गों से होकर जाया जाए? ऐसे तमाम सवाल सभी के मन में है. इसके पीछे की वजह साफ है बीते तीन-चार दिन.
पिछले दिन रहा था भयंकर ट्रैफिक
पिछले 72 घंटे की स्थिति कुछ ऐसी रही है कि प्रयागराज पहुंचने का जो सफर 8 घंटे का था, वो सड़क के रास्ते दोगुना या फिर तीन गुना तक हो गया था. लोगों को पिछले 72 घंटे में सड़क पर जाम में ही 8 से 10 घंटे तक गाड़ी में फंसा रहना पड़ा था. जो प्रयागराज पहुंच भी गए उन्हें कम से कम 10 से 20 किमी पैदल चलना पड़ा. मध्य प्रदेश से आते हजारों लोगों को प्रयागराज से दो सौ किमी दूर से ही पुलिस हिदायत देती रही कि आप लोग कुंभ मत जाइए, बहुत भीड़ है. मगर श्रद्धालुओं की आस्था के आगे न तो जाम आ सका और न ही अन्य कोई परेशानी.
महज 15 दिन का महाकुंभ
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में अभी 15 दिन बचे हैं. अगले 15 दिन में आप कुंभ जाने का प्लान कर रहे हैं? अगर, हां, तो जान लीजिए कि किन रास्तों से होकर आप बिना जाम में फंसे त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा सकते हैं. महाकुंभ में भारी भीड़ के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने ट्रैफिक को लेकर ताजा अपडेट दिया है. यूपी पुलिस ने बताया, कुंभ मेले की ओर जाने वाले सभी मार्ग फिलहाल ठीक चल रहे हैं. पिछले कुछ घंटों में यातायात की दर पहले जैसी ही रही है और इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. शहर के अंदर के जंक्शन भी ठीक चल रहे हैं.
आपको पता है कि काशी से प्रयागराज तक का रास्ता खचाखच भरा था. मगर अब ये रास्ता खुल चुका है. आप आराम से वाराणसी से संगम नगरी जा सकते हैं. इसके लिए आप हनुमानगंज, अंडवा और झूसी का मार्ग अपना सकते हैं. गूगल मैप पर साफ देखा जा सकता है कि इस मार्ग पर कोई ट्रैफिक नहीं है.

वहीं, उत्तर प्रदेश के जौनपुर से कुंभ नगरी का रास्ता भी साफ हो चुका है. आप बिना जाम में फंसे ही त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा सकते हैं. अगर जौनपुर से प्रयागराज जा रहे हैं तो दमरुवा, मछली शहर, कुवरपुर, मुगरा बादशाहपुर और झूसी होते हुए संगम नगरी पहुंच सकते हैं. आपको न तो कोई जाम मिलेगा और न ही कुछ और समस्या होगी. आप आराम से कार से करीब तीन घंटे में प्रयागराज पहुंच सकते हैं

इसके अलावा, अगर आप रीवा में रहते हैं तो अब आपके लिए भी खुशखबरी है. आप लोग अब कुंभ जा सकते हैं. खचाखच भरे रास्ते अब खुल चुके हैं. न कोई शोर शराबा और न ही कोई ट्रैफिक. मात्र 2 घंटे 48 मिनट में संगम नगरी पहुंच सकते हैं. बस आपको अपना वाहन उठाना है और निकल जाना है. मनगवा, टिकुरी, घुमा, कीडगंज से होते हुए पहुंच जाना है.

अगर नवाबों के शहर से किसी को कुंभ जाना है तो पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और एनएच 731 के मार्ग से जा सकता है. इस रास्ते में आपको कोई जाम नहीं मिलेगा. करीब पांच घंटे की दूरी तय करके आप आस्था की डुबकी लगा सकते हैं.

संगम की नगरी में जाम का झाम नहीं
वहीं प्रयागराज के अंदर की बात करें तो यहां के रास्ते भी अब खुल चुके हैं. यहां न तो गाड़ियों का जाम है और न ही कोई शोर शराबा. बालसन चौराहा और सहसों चौराहा एक दम खाली हो चुका है. यहां आराम से लोग जा रहे हैं. दूर-दूर तक किसी तरह का कोई जाम नहीं है.
चप्पे-चप्पे पर पुलिस
पुलिस लगातार अलर्ट मोड पर है. ट्रैफिक पुलिस ने सभी रूट्स फ्री करवा दिए हैं. चप्पे चप्पे पर पुलिस कर्मी तैनात है. वहीं, गाड़ियों को पार्किंग में खड़ा करने के लिए श्रद्धालुओं से लगातार अपील की जा रही है. श्रद्धालुओं से कहा जा रहा है कि गाड़ियों को सड़क पर खड़ा न करें. कंट्रोल रूम और तकनीक से सभी मार्गो पर निगरानी रखी जा रही है. वहीं, वॉट्सअप ग्रुप के माध्यम से हर गली और चौराहों की वीडियोग्राफी की जा रही है,

