Parliament Special Session: सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर संसद के विशेष सत्र के बारे में जानकारी मांगी थी. अब सोनिया के पत्र का जवाब संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दिया है. पत्र में उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह हमारे लोकतंत्र के मंदिर संसद के कामकाज का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही हैं और जहां कुछ भी नहीं है वहां अनावश्यक विवाद पैदा कर रही हैं. जोशी से पत्र में आगे कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, संसद सत्र अनुच्छेद 85 के तहत संवैधानिक जनादेश के अनुपालन में नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं, जिसमें प्रावधान है कि राष्ट्रपति समय-समय पर संसद के प्रत्येक सदन को ऐसे समय और स्थान पर बुला सकते हैं जैसा वह उचित समझते हैं.
प्रह्लाद जोशी ने लिखा, “मैं यह भी कहना चाहूंगा कि हमारी सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए हमेशा तैयार रहती है. वैसे आपने जिन मुद्दों पर चर्चा करने की बात कही है वे सभी मुद्दे कुछ समय पहले ही मानसून सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उठाये गये थे और सरकार ने उन पर प्रतिक्रिया भी दी थी. प्रह्लाद जोशी ने लिखा, “सत्र का एजेंडा, हमेशा की तरह, स्थापित प्रथा के अनुसार उचित समय पर प्रसारित किया जाएगा. मैं फिर से यह भी कहना चाहूंगा कि हमारी संसदीय कार्यप्रणाली में, चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो, आज तक कभी भी संसद बुलाते समय एजेंडा पहले से प्रसारित नहीं किया गया है.
शायद आपका परंपराओं की ओर ध्यान नहीं: प्रह्लाद जोशी
सोनिया पर तंज कसते हुए प्रह्लाद जोशी ने लिखा, ” शायद आपका परंपराओं की ओर ध्यान नहीं है. संसद सत्र बुलाने से पहले न कभी राजनीतिक दलों से चर्चा की जाती है न ही को बैठक बुलाई जाती है. राष्ट्रपति द्वारा सत्र बुलाए जाने से पहले एक सभी दलों की बैठक होती है. इसके साथ ही जोशी ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि संसद की गरिमा बरकरार रहेगी और इस मंच का इस्तेमाल राजनीतिक विवादों के लिए नहीं किया जाएगा. बताते चलें कि इससे पहले, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने बुधवार को पीएम मोदी को पत्र लिखकर विशेष संसद सत्र की जानकारी मांगी थी.