PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ‘उज्ज्वल भारत उज्जवल भविष्य-पावर @2047’ कार्यक्रम में लिया हिस्सा। इस दौरान पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विद्युत क्षेत्र के लिए पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना का शुभारंभ किया। साथ ही पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने 5200 करोड़ रुपये से अधिक की एनटीपीसी की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में देश में लगभग 1 लाख 70 हज़ार मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता जोड़ी गई है। वन नेशन वन पावर ग्रिड आज देश की ताकत बन चुका है। पूरे देश को जोड़ने के लिए लगभग 1 लाख 70 हजार सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन्स बिछाई गईं हैं।
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज के समय में बिजली के बिना जीवन की कोई कल्पना ही नहीं कर सकता है। मेरे लिए बहुत संतोष का विषय है कि बीते वर्षों में हमने ऊर्जा के क्षेत्र में पिछली बहुत सी कमियों को दूर कर पॉवर सेक्टर को मजबूती दी है। पीएम ने आगे कहा कि आपको याद होगी कि आजादी के 70 साल बाद भी देश के 18 हजार गांवों तक बिजली नहीं पहुंच सकी थी। आज के नए भारत में गांवों गांवों में लोग बिजली का बिजली का उत्पादन कर सकें, इस दिशा में काम हो रहा है।
वन नेशन वन पावर ग्रिड आज देश की ताकत बना- पीएम मोदी
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने आगे कहा कि 8 साल पहले हमने देश के पावर सेक्टर के हर अंग को ट्रांसफॉर्म करने का बीड़ा उठाया। बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए चार अलग-अलग दिशाओं में एक साथ काम किया गया। जिसमें जनरेशन, ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन और कनेक्शन पर जोर दिया गया। पीएम ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में देश में लगभग 1 लाख 70 हज़ार मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता जोड़ी गई है। वन नेशन वन पावर ग्रिड आज देश की ताकत बन चुका है।
राष्ट्रीय सोलर रूफटॉप पोर्टल का किया शुभारंभ
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने राष्ट्रीय सोलर रूफटॉप पोर्टल का भी शुभारंभ किया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने बिजली मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रम, पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना का शुभारंभ किया। जिसका उद्देश्य डिस्कॉम कंपनियों और बिजली विभागों की परिचालन क्षमता तथा वित्तीय स्थिति में सुधार करना है। वित्त वर्ष 2021-22 से वित्त वर्ष 2025-26 तक पांच वर्षों की अवधि के लिए 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक के परिव्यय के साथ इस योजना का उद्देश्य बिजली वितरण के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए डिस्कॉम कंपनियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। ताकि उपभोक्ता के लिए आपूर्ति की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार हो सके।
कई राज्यों को मिलेगा लाभ
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने तेलंगाना के 100 मेगावाट रामागुंडम फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट और केरल के 92 मेगावाट कायमकुलम फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इसके अलाव पीएम ने राजस्थान में 735 मेगावाट की नोख सौर परियोजना, लेह में ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी परियोजना और गुजरात में कावास प्राकृतिक गैस के साथ ग्रीन हाइड्रोजन सम्मिश्रण परियोजना की आधारशिला रखी। रामागुंडम परियोजना भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर पीवी परियोजना है, जिसमें 4.5 लाख ‘मेड इन इंडिया’ सोलर पीवी मॉड्यूल हैं। कायमकुलम परियोजना दूसरी सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर पीवी परियोजना है, जिसमें पानी पर तैरते 3 लाख ‘मेड इन इंडिया’ सोलर पीवी पैनल शामिल हैं।