एयरस्पेस बंद करने की सोच के बाद पाक का युद्धोन्माद

जम्मू-कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद पाकिस्तान बुरी तरह बौखलाया हुआ है। यहां तक कि पाक प्रधानमंत्री इमरान खान को भी समझ नहीं आ रहा है कि वे करें तो क्या करें। दुनिया भर में उन्होंने भारत के खिलाफ रोना रोया, लेकिन उन्हें हर जगह से निराशा ही मिली।
अंतिम उम्मीद डोनाल्ड ट्रंप से भी उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। उलटा मोदी के साथ जिस तरह ट्रंप की बॉडी लेंग्वेज दिखाई दी, उसने इमरान के जले पर नमक डालने का ही काम किया।खिसियाहट में इमरान खान ने परमाणु युद्ध की धमकी देते हुए कहा कि कश्मीर पर हम किसी भी हद तक जाएंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के पास परमाणु बम हैं और परमाणु युद्ध हुआ तो कोई नहीं बचेगा। हम कश्मीर का मसला बातचीत से हल करना चाहते हैं। पीओके में हम भारत से लड़ने के लिए तैयार हैं।
पाकिस्तान का युद्धोन्माद यहीं नहीं रुका। इमरान के बयान के अगले ही दिन यानी मंगलवार को रेल मंत्री शेख राशिद अहमद ने भी दोनों पड़ोसी देशों के बीच परमाणु युद्ध छिड़ने की धमकी दी है। अहमद ने कहा कि कश्मीर मुद्दे का समाधान नहीं होने की स्थिति में भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हो सकता है।
भारत भी आक्रामक : अभी तक भारत की नीति रही है वह पहले परमाणु बम का इस्तेमाल नहीं करेगा। पिछले दिनों रक्षामंत्री राजनाथसिंह यह कहकर सनसनी मचा दी कि भारत परमाणु हथियारों के ‘पहले इस्तेमाल न’ करने की नीति पर अभी भी क़ायम है लेकिन भविष्य में क्या होता है यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। अर्थात यदि जरूरत पड़ी तो भारत परमाणु हथियार पहले उपयोग नहीं करने की अपनी प्रतिज्ञा को तोड़ सकता है।
सामरिक मामले में तुलना करें तो पाकिस्तान भारत के आगे कहीं भी नहीं ठहरता। भारत का रक्षा बजट भी पाकिस्तान से कई गुना ज्यादा है। एक जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के पास जहां 1281 लड़ाकू विमान हैं, वहीं भारत के पास 2185 लड़ाकू विमान हैं। भारत के पास 4426 टैंक हैं, जबकि पाकिस्तान के पास सिर्फ 2182 टैंक हैं। 136 देशों के इंडेक्स में भारत चौथे स्थान पर है। वहीं इस सूची में पाकिस्तान 17वें स्थान पर है।

हालांकि परमाणु हथियारों की बात करें तो इनकी संख्या के मामले में जरूर पाकिस्तान आगे है। एक जानकारी के मुताबिक भारत के पास अब 130 से 140 परमाणु बम हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 150 से 160 परमाणु बम हैं। दुनिया की बात करें तो रूस के पास सर्वाधिक 6 हजार 500 परमाणु बम हैं, जबकि अमेरिका के पास 6 हजार 185 हैं।

हालांकि युद्ध की धमकी देते समय पाकिस्तान के नेताओं के जेहन में एक बात तो जरूर होगी कि यदि उसने भारत से सीधे युद्ध में उलझने की कोशिश की तो वह कहीं का नहीं रहेगा। क्योंकि 1965, 1971 और कारगिल युद्ध में अपना हश्र देख चुका है। उम्मीद है उसकी धमकी सिर्फ गीदड़भभकी हो, अन्यथा पाकिस्तान को तबाही से कोई नहीं रोक पाएगा।
इसमें कोई संदेह नहीं कि युद्ध में पाकिस्तान भारत के आगे कहीं भी नहीं ठहरता, लेकिन भारत को काफी सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार ‘बंदर के हाथ में उस्तरे’ की तरह हैं, जो खुद के साथ दूसरे को नुकसान पहुंचाने में नहीं चूकेगा। यदि ऐसा कुछ होता भी है तो भारत को त्वरित कदम उठाने होंगे।

होगा महाविनाश : हालांकि परमाणु युद्ध की संभावना नहीं के बराबर है, लेकिन यदि ऐसा होता है महाविनाश निश्चित है। जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिका द्वारा किए गए परमाणु हमले में करीब ढाई लाख लोग मारे गए थे। यह तो तात्कालिक विनाश था, लेकिन इसके दूरगामी दुष्परिणाम भी वहां के लोगों को झेलने पड़े। आज भी वहां कई बच्चे विकलांग पैदा होते हैं।

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