Jammu And Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल की दोपहर को भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों को निशाना बनाया गया. हमलावरों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें कई महिलाओं को भी गोलियां लगीं. दो दर्जन लोगों की मौत होने की आशंका है. अभी तक एक मृतक की पहचान हो चुकी है, वहीं 12 अन्य घायल बताए जा रहे हैं. यह घटना बायसारन के निकट हुई, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है.
हमले के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं. घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला एवं अन्य राजनेताओं ने हमले की कड़ी निंदा की है.
अमित शाह BSF के विशेष हेलिकॉप्टर से श्रीनगर के लिए रवाना हो गए हैं. उनके साथ IB चीफ और गृह सचिव भी साथ गए हैं. वहां पहुंचकर गृह मंत्री हाई लेवल मीटिंग करेंगे, जिसमें सीएम अब्दुल्ला और टॉप सुरक्षा अधिकारी भी शामिल होंगे.
घायलों की सूची जारी, कई राज्यों से पहुंचे थे लोग
हमले में घायल लोगों की सूची जारी कर दी गई है, जिनमें विभिन्न राज्यों के पर्यटक शामिल हैं:
पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए ट्वीट किया:
“मैं पहलगाम, जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है उनके प्रति संवेदना. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.”
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इस जघन्य अपराध के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने आतंक के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया और गृह मंत्री से आवश्यक कार्रवाई करने को कहा.
बताया जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत प्रधानमंत्री को घटना की जानकारी दी और सुरक्षा एजेंसियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. उन्होंने 8 बजे श्रीनगर पहुंचने की पुष्टि की और पहलगाम दौरे की योजना बनाई. पीएम मोदी आज ही सउदी अरब की यात्रा पर गए हैं.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए हमले की निंदा की और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्होंने अपनी सहयोगी सकीना इतू से घायलों के लिए अस्पताल में समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा.
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें गृह सचिव, आईबी चीफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजी और सेना के शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में आतंकियों की तलाश और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई.
यह हमला देश की सुरक्षा को चुनौती देने की कोशिश है लेकिन एक बार फिर पूरे देश ने एकजुट होकर आतंक के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है. राजनीतिक दलों, आम नागरिकों और सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया इस बात की पुष्टि करती है कि आतंक को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

