बिहार में डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड (DM G Krishnaiah Murder Case) में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन (Anand Mohan) को जेल से रिहा करने का आदेश जारी हो गया है। आनंद मोहन के साथ एक दर्जन जेलों में बंद 27 बंदियों को मुक्त करने का आदेश दिया गया है गौर हो कि विधि विभाग ने सोमवार को इससे जुड़ा आदेश जारी कर दिया है।
बिहार सरकार ने 10 अप्रैल को बड़ा बदलाव किया है, बताते हैं कि बिहार कारा हस्तक, 2012 के नियम में संशोधन करके उस वाक्यांश को हटा दिया गया है, जिसमें सरकारी सेवक की हत्या को शामिल किया गया था।
गौर हो कि पूर्व सांसद आनंद मोहन सहरसा जेल में हैं लेकिन, फिलहाल बेटे की एंगेजमेंट को लेकर पैरोल पर बाहर आए हैं, विधि विभाग की अधिसूचना जेल आईजी के पास पहुंची है जो इसे जेल को सर्कुलेट करेंगे इसके बाद पूर्व सांसद आनंद मोहन रिहा होंगे। उनके साथ 27 अन्य कैदी भी जेल से छूटेंगे
बाहुबली नेता आनंद मोहन बेटे की शादी के लिए 15 दिन की पैरोल पर थे , उनके साथ 27 अन्य कैदी भी जेल से छूटेंगे, चौदह साल की जेल की सजा पूरी होने के बावजूद आनंद मोहन को सरकारी सेवक की हत्या का दोषी होने के कारण रिहाई नहीं मिल पा रही थी।
आनंद मोहन की रिहाई को लेकर भड़कीं मायावती
आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बीएसपी चीफ मायावती (Mayawati) ने पहली प्रतिक्रिया दी है, इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है, बीएसपी चीफ ने कहा, ‘बिहार की नीतीश सरकार द्वारा, आन्ध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) महबूबनगर के रहने वाले गरीब दलित समाज से आईएएस बने बेहद ईमानदार जी. कृष्णैया की निर्दयता से की गई हत्या मामले में आनन्द मोहन को नियम बदल कर रिहा करने की तैयारी देश भर में दलित विरोधी निगेटिव कारणों से काफी चर्चाओं में है’