अडानी ग्रुप (Adani Group) के द्वारा एनडीटीवी (NDTV) में हिस्सेदारी खरीदने का मामला इस समय खबरों में बना हुआ है. इस डील का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है. दरअसल, अडानी ग्रुप की कंपनी वीसीपीएल (VCPL) ने मीडिया कंपनी एनडीटीवी को सूचित किया है कि एनडीटीवी की प्रमोटर इकाई आरआरपीआर होल्डिंग लि. (RRPR Holding Ltd) को कर्ज वॉरंट इक्विटी शेयरों में बदलने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) से मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है.
वीसीपीएल ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से किया था संपर्क
एनडीटीवी ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा है कि आरआरपीआर होल्डिंग और कंपनी को विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड यानी वीसीपीएल से एक पत्र मिला है जिसमें सूचित किया गया है कि कर्ज वॉरंट को इक्विटी शेयरों में परिवर्तित करने के मुद्दे पर वीसीपीएल ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से संपर्क किया था. वीसीपीएल के मुताबिक, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अपने जवाब में कहा है कि वॉरंट को हिस्सेदारी में बदलने में इस तरह की कोई बंदिश लागू नहीं होती है.
वॉरंट को आरआरपीआर के 99.50% इक्विटी शेयर में बदलने पर कोई पाबंदी नहीं
एनडीटीवी ने वीसीपीएल के इस पत्र के बारे में शुक्रवार देर रात शेयर बाजारों को जानकारी दी. इसके मुताबिक, ‘‘इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, सेंट्रल रेंज-02, नई दिल्ली के एडिशनल कमिश्नर की तरफ से 7 सितंबर, 2022 को दिए गए जवाब के अनुसार वॉरंट को आरआरपीआर के 99.50 फीसदी इक्विटी शेयर में बदलने के विकल्प पर कोई पाबंदी नहीं है.’’
वीसीपीएल ने SEBI को भी दी जानकारी
वीसीपीएल ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के साथ हुए इस पत्राचार के बारे में मार्केट रेगुलेटर सेबी को भी एक पत्र लिखकर जानकारी दी है. आरआरपीआर होल्डिंग ने इस महीने की शुरुआत में अडानी ग्रुप की कंपनी वीसीपीएल से कहा था कि उसकी एनडीटीवी में हिस्सेदारी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अस्थायी तौर पर रोक लगा रखी है लिहाजा इस हिस्सेदारी के हस्तांतरण के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की मंजूरी लेनी जरूरी है.
वीसीपीएल ने अडानी ग्रुप की दो अन्य कंपनियों के साथ मिलकर एनडीटीवी के अधिग्रहण की कोशिश की है. आरआरपीआर होल्डिंग की इस दलील को अडानी ग्रुप ने खारिज करते हुए इसे ‘गलत’ और ‘भ्रामक’ बयान करार देते हुए आरआरपीआर होल्डिंग को वॉरंट को इक्विटी शेयर में बदलने के लिए कहा है.