उत्‍तराखंड में 24 लोगों की मौत, रामनगर के रिसॉर्ट में कोसी नदी का पानी घुसने से सौ लोग फंसे

उत्‍तराखंड में बीते 48 घंटे से हो रही बारिश ने कहर मचा दिया है। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्‍लॉक के एक गांव में मकान जमींदोज होने से दस लोगों के मौत की खबर है। धारी तहसील के चौखुटा गांव में भूस्‍खलन की जद में आए मकान में एक ही परिवार के छह लोगों की दबकर मौत हो गई। वहीं रामनगर के एक रिसॉर्ट में पानी घुस गया है। बताया जा रहा है रिसॉर्ट के अंदर करीब सौ लोग फंसे हैं। भीमताल में मकान ढहने से एक बच्‍चा मलबे में दब गया है। अल्‍मोड़ा जिले में एक मकान पर पहाड़ी से मलबा आने के कारण तीन लोगों की दबकर मौत हो गई है। अल्‍मोड़ा नगर में भी मकान की दीवार गिरने से किशोरी की दबकर मौत हो गई। बागेश्‍वर जिले में पहाड़ी से गिरे पत्‍थर की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर खीनापानी क्षेत्र में मलबे में दबने से दो श्रमिकों की मौत हो गई है। फिलहाल 24 लोगों के मौत की खबर है। वहीं नैनीताल का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है। नैनीताल झील का पानी ओवरफ्लो होकर बह रहा है। काठगोदाम रेलवे स्‍टेशन पर करीब सौ मीटर का संटिंग नेक गौला नदी में बह गया। जलभराव के कारण ट्रेनों का संचालन निरस्‍त कर दिया गया है। पहाड़ के दर्जनों मार्ग मलबा आने के कारण बंद हो गए हैं।

नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्‍लॉक के झुतिया गांव मकान ढहने से नौ लोगों की मौत हो गई। वहीं एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। राजस्व गाँव सकुना में तड़के मकान में पहाड़ी से मलबा आ गया। कमरे में 10 मजदूर सो रहे थे। जिसमें से एक तो उठकर बाहर कूद गया। जिसकी हालत गम्भीर बतायी जा रही है। वहीं नौ मजदूरों की मलबे में दबकर मौत हो गई। सुबह ग्राम प्रधान सुरेश मेर ने घटना स्थल का जायजा लिया और प्रशासन की टीम को घटना की जानकारी दी। रास्‍ते बंद होने के कारण प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर नहीं पहुंच पा रही है।

रामनगर के मोहान स्थित लेमन ट्री रिसोर्ट में कोसी नदी का पानी घुसा गया है । रिसॉर्ट में करीब सौ लोग फंसे हैं। जिनमें पर्यटक और स्टाफ शामिल हैं। मदद के लिए फिलहाल अभी कोई नहीं पहुँच पाया है। उधर चुकुम के प्रधान जस्सी राम ने बताया कि गांव में लगातार हो रहे भू कटाव के कारण तीन मकान बह गए हैं, लोग जंगल की ओर शरण ले रहे हैं। ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।

अल्‍मोड़ा जिले में बारिश के भिकियासैंण तहसील के रापड़ गांव में पहाड़ी से मलबा आने के कारण एक मकान ध्‍वस्‍त हो गया। हादसे में तीन लोगों की दबकर मौत हो गई। कुछ लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई है । एसडीआरएफ की टीम मौके पर रेस्क्यू कर रही है। अल्‍मोड़ा में ही हीरा डूंगरी नामक जगह पर एक मकान की दीवार गिरने से किशोरी अरुमा सिंह पुत्री त्रिलोक सिंह मलबे में दब गई। उसका शव बरामद कर लिया गया है। बागेश्‍वर के कपकोट के भनार गांव के एक युवक पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आ गया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई है।

लगातार हो रही बारिश के कारण कार्बेट पार्क में जिप्सी सफारी के लिए बनाए गए कच्चे रूट के बह गए हैं। विभाग जंगल में निरीक्षण कर क्षतिग्रस्त रूटों की जानकारी जुटाकर नुकसान का आकलन करेगा। ऐसे में अभी पर्यटन शुरू होने में समय भी लग सकता है। ऐसे में पर्यटन सीजन में कॉर्बेट को फिर नुकसान हो सकता है।

पिथौरागढ़ जिलेभर में भारी बारिश का दौर जारी है। उच्च हिमालय में हिमपात हो रहा है। उच्च हिमालयी सभी गाव बर्फ से ढक चुके हैं। टनकपुर तवाघाट हाइवे घाट से तवाघाट के मध्य एक दर्जन स्थानों पर बंद है। घाट से पिथौरागढ़ के मध्य तीन स्थानों पर मार्ग बंद है। सोमवार सुबह से भारी संख्या में वाहन और यात्री फसे हैं। जिले का अन्य जिलों से ओर जिला मुख्यालय का अन्य तहसीलो से संपर्क कटा हुआ है। सभी नदी नाले उफान पर है। मुनस्यारी के मालूपाती ओर पिथौरागढ़ के क्वीताड़ गाव में दो मकान क्षतिग्रस्त हो चुके है। जिले में अभी तक जन ओर पशुहानि की कोई सूचना नही है। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल्थी में लधिया नदी पर बन रहा निर्माणाधीन पुल बह गया।

हल्‍द्वानी में इंदिरानगर बाइपास स्थित गौला के नए पुल की सड़क भारी बारिश की वजह से गायब हो गई। गौलापार व चोरगलिया के हजारों लोगों के अलावा खटीमा व उत्तर प्रदेश की गाडिय़ां तक इससे होकर गुजरती थी। पुल का बड़ा हिस्सा गायब होने की वजह से फिलहाल पुलिस-प्रशासन ने बैरिकेड लगा रास्ते को बंद कर दिया है। सिटी मजिस्ट्रेट व तहसीलदार ने मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा भी लिया।

गरमपानी खैरना क्षेत्र में तीन मकान शिप्रा नदी के बहाव में बह गए हैं। फिलहाल जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। कई घरों में पानी भर चुका है करीब 200 से ज्यादा लोगों को जीआईसी खैरना, सीएचसी व तहसील में शिफ्ट किया गया है। शिप्रा नदी का वेग बढ़ता जा रहा है। प्रशासन ने मुनादी कराकर बाजार खाली करने का आह्वान किया है। लोग दहशत में हैं।

चम्पावत में विगत 36 घण्टे से हो रही बारिश जारी है। बारिश से कई जगह भूस्खलन होने से मकानों को खतरा पैदा हो गया है। शारदा, लोहावती, गंडक, लधिया समेत अन्य नदी नाले उफान पर है। एनएच समेत कई ग्रामीण सड़कों पर मलवा आने से बन्द हो गई। अभी फिलहाल नुकसान की कोई सूचना नही है। आपदा कंट्रोल रूप इसकी जानकारी जुटाने में लगा हुआ है। सोमवार को जरूर सेलखोला में मां बेटे की मलवे में दबने से मौत हुई थी।

नैनीताल में रातभर लगातार मूसलाधार बारिश में शहरवासियों को खूब डराया। अतिसंवेदनशील इलाकों के लोगों ने दहशत के बीच रात काटी। नैनी झील के निकासी द्वार खोलने से निकले पानी ने नाले के आसपास के मकान में रहने वालों में खलबली मची रही। यहां हल्द्वानी, कालाढूंगी रोड तथा भवाली रोड बंद होने से सम्पर्क कटा है। रुद्रपुर में कई मोहल्लों में पानी घरों में घुस आया है। जिसपर करीब एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया है। यही नही जलभराव से सड़कें भी जलमग्न है, जगह जगह वाहन फंसे है।

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